Patna :- कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने पटना दौर में एक बार फिर से जातीय गणना और दलितों के मुद्दों पर फोकस किया है. उन्होंने बिहार की जातीय गणना के बजाय तेलंगाना वाली जातीय गणना के मॉडल को आगे बढ़ाने की बात कही.
बताते चलने की राहुल गांधी आज पटना एयरपोर्ट पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. एयरपोर्ट से सीधे विधायक दल के नेता शकील अहमद के आवास पर पहुंचे, और बेटे की मौत से परेशान पूरे परिवार को सांत्वना दी. उसके बाद श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जयंती समारोह में करीब 15 मिनट तक राहुल गांधी बोले जिसमें मुख्य रूप से जातीय गणना और दलितों के मुद्दों को फोकस किया. राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि इतिहास की किताबों में दलितों के बारे में सबसे ज्यादा दो शब्द पढ़ी जाती है, वो है दलित और अछूत. पर दलितों का इतिहास यही दो शब्द नहीं है. दलित समुदाय आगे बढ़ा है लेकिन उसे लीडरशिप में आगे आना चाहिए. उन्हें पावर स्ट्रक्चर में भागीदारी मिलना चाहिए, जो कि अभी नहीं के बराबर है.
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र की वर्तमान मोदी सरकार नहीं चाहती है कि देश में जातीय जनगणना हो, लेकिन मैं चाहता हूं कि देश में जातीय जनगणना हो और दलित ओबीसी और अन्य समाज की सही स्थिति देश के सामने आए, इसके बाद दलित और ओबीसी को उनकी वाजिब हक और भागीदारी मिले. आज देश का जो पावर स्ट्रक्चर है और जो अलग-अलग संस्थाएं हैं चाहे वह शिक्षा से जुड़ी हो स्वास्थ्य से हो कॉरपोरेट इंडिया और ज्यूडिशरी हो मीडिया हो उसमें दलितों को रिप्रेजेंटेशन सही तरीके से नहीं मिला है. राहुल गांधी अपने हाथ में संविधान की किताब दिखाते हुए बोले कि आरएसएस और बीजेपी वाले संविधान के सामने माथा देखते हैं पर पीछे जाकर इस संविधान को खत्म करने की साजिश नहीं करते हैं, हम बाबा साहब भीमराव के संविधान को सही तरह से लागू करना चाहते हैं.