Patna :- केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर 50 फ़ीसदी के आरक्षण के दीवार को तोड़कर फेंक दिया जाएगा, ये बातें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में कहीं.
बेगूसराय में पलायन रोको नौकरी दो यात्रा में शामिल होने के बाद राहुल गांधी पटना में समारोह को संबोधित कर रहे थे. अपने संबोधन में राहुल गांधी ने जातीय व्यवस्था की खुलेआम चर्चा करते हुए कहा कि अगर आप दलित आदिवासी ईबीसी, ओबीसी और महिला हो तो मानकर चलो कि आप सेकंड क्लास नागरिक हो, और यह बातें मैं ऐसे ही नहीं बोल रहा हूं बल्कि पढ़लिख और सोच समझकर बोल रहा हूं.
अपने संबोधन की शुरुआत दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के पॉडकास्ट की चर्चा की. इसमें उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू,भगवान बुद्ध,गुरु नानक,कबीर,महात्मा बाई फुले की चर्चा करते हुए कहा कि ये लोग सच्चाई से मोहब्बत करते थे, पर यह बातें हम सावरकर जी के लिए नहीं कर सकते हैं, चाहे इसे कुछ लोग नाराज हो.संविधान की प्रति को दिखाते हुए राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि लोग कहते हैं कि यह संविधान 1947 में बनी है पर मैं कहता हूं कि यह संविधान हजारों वर्षों की मेहनत से बनी है, और इसकी सुरक्षा के लिए हम सदा काम करते रहेंगे.
तेलंगाना की जातीय गणना की चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वहां हमने ऐसी व्यवस्था की है कि आपको हर तरह की जानकारी मिल सकती है. इस गणना में यह बातें सामने आएगी कि तेलंगाना में जो भी बड़े इंडस्ट्री के मालिक है या फिर सीईओ हैं या अन्य बड़े पदों पर काबिज है उनमें से कोई भी ओबीसी ओबीसी दलित या आदिवासी नहीं है, वहीं जब मजदूर और निम्न क्लास के कर्मचारियों को देखे तो ज्यादातर लोग इसी वर्ग के लोग नजर आएंगे. यही वजह है कि इन निम्न वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए हमने तेलंगाना में ओबीसी आरक्षण का दायरा बढ़ा दिया है. इस आरक्षण के 50 फ़ीसदी के दीवार को खत्म करना होगा हमने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आमने-सामने कहा कि आप इस दीवार को खत्म कर दीजिए नहीं तो हम इसे तोड़कर हटा देंगे.