Patna : ऐसा लगता है की, बिहार 'रेप जोन' में तब्दील हो रहा है। बच्चियों के लिए सबसे असुरक्षित एरिया बिहार के कुछ जिलों को माना जा रहा है। खैर ज्यादा जिलों की आज हम बात नहीं करेंगे। बस दो जिलों की खबर पढ़कर सन्न रह जाएंगे। पहली घटना मुजफ्फरपुर की है, तो वहीं दूसरी घटना सीतामढ़ी जिले की है। पहली घटना में नाबालिग दलित बच्ची से दुष्कर्म के बाद गला काट देने के हैवानियत सामने आई। इसमें आरोपी को पकड़कर लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। मासूम बच्ची ने जिंदगी और मौत से 6 दिनों तक जूझने के बाद PMCH में दम तोड़ दिया। वहीं दूसरी घटना टेडी बियर दिलाने के नाम पर 11 वर्षीय बच्ची को अगवा कर रेप किया गया। जहां पड़ोस के 'अंकल' ने मासूम बच्ची के विश्वास को तार-तार कर दिया।
जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीतामढ़ी में 11 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, "सरकार नशे में है। "बिहार में कोई ऐसा जिला नहीं जहां ऐसी घटना नहीं हो रही।"खास बात तो यह है कि, क्राइम को देखने वाला कोई नहीं पुलिस सिर्फ वसूली में लगी है। बिहार के नेता को सिर्फ कुर्सी से मतलब है।
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड वाला जिला है और वहां क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ गया है। सरकार कोई समीक्षा बैठक नहीं कर रही है। सरकार सिर्फ बिहार में ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा चल रही है। बिहार में पुलिस का ही एनकाउंटर हो रहा और अपराधी बेलगाम घूम रहे। वहीं इस बीच तेजस्वी यादव ने मंगल पांडे पर भी बड़ा हमला बोला है, कहा कि, आखिर रेप पीड़िता को बेड क्यों नहीं मिला, स्वास्थ्य मंत्री को इसका जवाब देना होगा।