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मंदार रोपवे पर रेस्क्यू मॉक ड्रिल आयोजित

बांका के मंदार पर्वत रोपवे पर एनडीआरएफ ने रेस्क्यू अभ्यास किया। आपात स्थिति में यात्रियों को सुरक्षित निकालने की तकनीक और सुरक्षा प्रशिक्षण दिया गया

Rescue mock drill conducted at Mandar Ropeway
मंदार रोपवे पर रेस्क्यू मॉक ड्रिल आयोजित- फोटो : Darsh News

बांका: बांका जिले के बौंसी प्रखंड स्थित धार्मिक स्थल मंदार पर्वत रोपवे पर नए साल में बढ़ने वाली भीड़ और सुरक्षा तैयारियों को लेकर शुक्रवार को NDRF द्वारा मॉक ड्रिल एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम रोपवे के लोअर टर्मिनल नंबर एक पर संपन्न हुआ, जिसमें पटना–बिहटा से आई NDRF की 9वीं बटालियन और देवघर बचाव दल ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रोपवे कर्मियों को आपदा प्रबंधन और रेस्क्यू से जुड़ी तकनीकी एवं व्यवहारिक जानकारी देना था।

इस प्रशिक्षण का नेतृत्व NDRF 9वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट विवेक कुमार, डिप्टी कमांडेंट डॉ. बी.के. झा और इंस्पेक्टर मुरली शर्मा ने किया। मॉक ड्रिल में ऐसी स्थिति बनाई गई, जिसमें रोपवे संचालन के दौरान तकनीकी खराबी आने पर यात्रियों को केबिन में फंसा हुआ दिखाया गया। इसके बाद रोपवे टीम और NDRF के जवानों ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन कर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास किया। जवान रोपवे टावर पर चढ़कर रस्सियों की मदद से केबिन तक पहुंचे और उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए फंसे लोगों को नीचे उतारा।

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इस दौरान हेलमेट, ग्लव्स, सेफ्टी बेल्ट और प्राथमिक उपचार किट के सही उपयोग पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि आपदा की स्थिति में टीमवर्क, धैर्य और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता सबसे अहम होती है। लाइव डेमो से रोपवे कर्मियों को वास्तविक परिस्थिति में काम करने का व्यावहारिक अनुभव मिला। मॉक ड्रिल से पहले सत्र में इंस्पेक्टर मुरली शर्मा ने प्रोजेक्टर के माध्यम से आपदा प्रबंधन पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने देवघर रोपवे रेस्क्यू ऑपरेशन का उदाहरण देकर बताया कि प्रशिक्षित टीम किसी भी बड़ी आपदा में जनहानि को काफी हद तक कम कर सकती है। कार्यक्रम में अंचलाधिकारी कुमार रवि, प्रखंड विकास पदाधिकारी हर्ष पाराशर, बौंसी थाना के पुलिस अवर निरीक्षक दयानंद गोंड़, रोपवे प्रबंधक मुकेश कुमार समेत एनडीआरएफ के लगभग 20 सदस्य मौजूद रहे। अधिकारियों ने भविष्य में भी ऐसे अभ्यास जारी रखने पर जोर दिया।

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