बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबले हो रहे हैं. 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में से 4 मुकाबले खेले जा चुके हैं तो वहीं आखिरी और 5वां टेस्ट मैच सिडनी में खेला जा रहा है. सिडनी में दोनों टीम के खिलाड़ियों की ओर से दमदार पारियां खेली जा रही है. इसी क्रम में ऋषभ पंत ने अपना जलवा बिखेरा. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर फिफ्टी को तरस रहे पंत के बल्ले से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर तूफान निकला. उन्होंने शनिवार को भारत की दूसरी पारी में 33 गेंदों में 61 रन बनाए. उन्होंने 6 चौके और 4 छक्के लगाए.
इस तरह से ऋषभ पंत ने महज 29 गेंदों में फिफ्टी कंप्लीट कर ली और एक नया कीर्तिमान रचा. उन्होंने 129 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ डाला है. बता दें कि, ऋषभ पंत ने पहली पारी में 98 गेंदों में 40 रन बनाए थे. जानकारी के मुताबिक, पंत ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक शतक जड़ने वाले मेहमान बल्लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले यह रिकॉर्ड संयुक्त रूप से इंग्लैंड के जॉन ब्राउन और वेस्टइंडीज के रॉय फ्रेडरिक्स के नाम दर्ज था. ब्राउन ने 1895 में मेलबर्न में जबकि फ्रेडरिक्स ने 1975 में पर्थ में 33 गेंदों में फिफ्टी लगाने का कारनामा अंजाम दिया था.
ऋषभ पंत ने साथ ही भारतीय प्लेयर द्वारा दूसरा सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक जमाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है. बता दें कि, सबसे तेज टेस्ट फिफ्टी का भारतीय रिकॉर्ड भी ऋषभ पंत का है. उन्होंने 2022 में श्रीलंका के सामने 28 गेंदों में पचाया बनाया था. आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर पंत ने तीन विकेट गिरने के बावजूद अपना अंदाज नहीं बदला. दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत खराब रही. केएल राहुल (13), यशस्वी जायसवाल (22) और विराट कोहली (6) कुछ खास धमाल नहीं मचा सके. तीनों को स्कॉट बोलैंड ने आउट किया. बोलैंड ने 14वें ओवर की पहली गेंद पर कोहली का शिकार किया, जिसके बाद पंत बल्लेबाजी के लिए आए. उन्होंने आते ही छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाए और ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. शुभमन गिल (13) 16वें ओवर में आउट हुए लेकिन ऋषभ पंत का तूफान जारी रहा.