Patna : बिहार एक बार फिर से सियासी हलचल का केंद्र बनने जा रही है। आपको बता दें कि, विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण (Special Intensive Revision–SIR) के खिलाफ महागठबंधन ने 9 जुलाई को चक्का जाम का ऐलान किया है। इस आंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी करेंगे और इसी दिन पटना भी पहुंच रहे हैं। वहीं पिछले 5 महीने में राहुल गांधी का यह 7वां बिहार दौरा होने वाला है। वहीं सूत्रों के मुकाबिक, राहुल गांधी वोटर लिस्ट अपडेशन को लेकर प्रक्रिया को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ विपक्ष की रणनीति को धार देंगे। बता दें कि, चक्का जाम के दौरान पटना के सभी प्रमुख मार्गों और चौराहों पर यातायात ठप रहने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने औपचारिक रूप से इस आंदोलन में भागीदारी की पुष्टि कर चुकी है। राजद (RJD) और वाम दलों ने भी चक्का जाम में शामिल होने की घोषणा कर दी है। आपको बता दें कि, महागठबंधन के सभी घटक दल मतदाता सूची सत्यापन प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण और जनविरोधी बता रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि गरीब, प्रवासी और वंचित तबकों के मताधिकार पर यह सीधा हमला है। 9 जुलाई को पटना की सड़कों पर जनता अपना विरोध दर्ज कराएगी।
बिहार में क्यों किया जाएगा चक्का जाम ?
चुनाव आयोग कि ओर से बिहार में 24 जून से विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत मतदाताओं को फॉर्म भरना अनिवार्य किया गया है। केवल 11 विशेष दस्तावेजों को ही पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि इससे प्रवासी, दलित, महादलित और गरीब तबके अपने वोट से वंचित हो सकते हैं। राहुल गांधी अब SIR के खिलाफ विपक्ष के ‘जन आंदोलन’ को नेतृत्व देने जा रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि, यह चक्का जाम केवल बिहार नहीं, लोकतंत्र की आत्मा की रक्षा का आंदोलन है। पटना प्रशासन इस आंदोलन को लेकर सतर्क हो चुकी है। शहर के सभी थानों को अतिरिक्त बल और ट्रैफिक प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।