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बिहार की सांस्कृतिक अस्मिता को नई पहचान देता सागर श्रीवास्तव का छठ गीत “बरतिन पर होई ना सहाय”

बिहार की सांस्कृतिक अस्मिता को नई पहचान देता सागर श्रीवास्तव का छठ गीत “बरतिन पर होई ना सहाय”

Sagar Srivastava's Chhath song "Bartin Par Hoi Na Sahay" giv
बिहार की सांस्कृतिक अस्मिता को नई पहचान देता सागर श्रीवास्तव का छठ गीत “बरतिन पर होई ना सहाय”- फोटो : Darsh News

पटना: बिहार की समृद्ध लोकसंस्कृति और आस्था को नई दिशा देने के उद्देश्य से निर्माता सागर श्रीवास्तव ने लगातार तीसरे वर्ष छठ महापर्व पर आधारित भव्य गीत “बरतिन पर होई ना सहाय” का निर्माण किया है। इस गीत की आत्मा बनी हैं सुप्रसिद्ध लोकगायिका कल्पना पटवारी, जिनकी सुमधुर आवाज़ ने इस गीत को आस्था और संवेदना का अद्भुत संगम बना दिया है। हाल ही में “बिहार गौरव सम्मान” से सम्मानित कल्पना पटवारी ने अपनी गायकी के ज़रिए इस पारंपरिक पर्व की आध्यात्मिकता को गहराई से महसूस कराया है।

यह गीत स्ट्राइक फ़िल्म्स के बैनर तले तैयार किया गया है, जहां निर्माता सागर श्रीवास्तव ने बिहार की परंपराओं, लोकसंगीत और सांस्कृतिक गौरव को गीत के माध्यम से नई ऊंचाई देने का कार्य किया है। राव देवेंद्र सिंह द्वारा निर्देशित इस गीत में संगीतकार साजन मिश्रा ने पारंपरिक सुरों को आधुनिक स्वरूप में ढालते हुए बिहार की लोकधुनों की आत्मा को जीवित रखा है, जबकि इसके लेखक हृदय नारायण झा ने गीत के बोलों में भावनाओं और भक्ति का गहरापन भरा है।

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गीत के सिनेमेटोग्राफर धर्मेंद्र विश्वास हैं, जिन्होंने छठ पर्व की पारंपरिक झलकियों—अर्घ्य, डूबते सूरज की पूजा और गंगा-घाट के सौंदर्य को कैमरे में अद्भुत रूप से कैद किया है। इस गीत में आशीष अस्थाना, समिधा किरण, एरा सिन्हा, अपराजिता कृष्णा, सुमीत रंजन, साँची सिंह, शनाया पोद्दार, शिवानी सिंह, श्रुति सिंह और उमेश राय जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं से कहानी में प्राण भर दिए हैं।

सागर श्रीवास्तव का कहना है कि छठ केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह बिहार की आत्मा और लोकजीवन का प्रतीक है। वे हर वर्ष इस पर्व पर गीत बनाकर न केवल इस पावन परंपरा को सहेजते हैं बल्कि बिहार की लोकसंस्कृति को वैश्विक मंच तक पहुंचाने का एक सतत प्रयास भी करते हैं। उनका मानना है कि स्थानीय कलाकारों, लेखकों और तकनीकी प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलनी चाहिए, और यही उनकी हर परियोजना की मूल भावना है।

स्ट्राइक फ़िल्म्स के तत्वावधान में निर्मित यह गीत जल्द ही सागर सरगम म्यूजिक लेबल के माध्यम से रिलीज किया जाएगा। कल्पना पटवारी की सुरीली आवाज़ और साजन मिश्रा के संगीत से सजा “बरतिन पर होई ना सहाय” भक्ति, भावना और बिहार की सांस्कृतिक अस्मिता का संगम बनकर श्रोताओं के दिलों में गूंजने को तैयार है।

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