Saharsa :- नेपाल की लड़की को जबरदस्ती सेक्स वर्कर के रूप में काम कराया जा रहा था, जिसे भारत की पुलिस ने रिहा कराया है और उसके साथ एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है.
यह घटना बिहार के सहरसा जिले से जुड़ी हुई है.शहरी क्षेत्र के चांदनी चौक के समीप स्थित रेड लाइट एरिया से एक नाबालिक लड़की को पुलिस ने सखी, वन स्टॉप सहित महिला थाना के सहयोग से रिहा कराया है। वही एक आरोपी सेराज नट को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के घर को सील कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रिहा कराई गई लड़की नेपाल की है।वह लगभग चार पांच साल से यहां थी। उसने किसी के मोबाइल से डायल 112 पर कॉल कर सहयोग किया अपील की थी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक हिमांशु ने टीम गठित कर कारवाई का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस ने रेस्क्यू कर उसे सहरसा सदर थाना लायी।
इस संबंध में सहरसा मुख्यालय के डीएसपी 2 कमलेश्वरी प्रसाद सिंह ने बताया कि बीते पांच साल से एक नाबालिक लड़की रेड लाइट एरिया के निवासी सेराज नट के घर पर रह रही थी। लड़की के अनुसार वह अपने माता पिता के साथ चार पांच साल पहले ट्रेन से जा रही थी। इसी दौरान वह बिछड़ गई। जहां से उसे बहला फुसला कर सहरसा रेड लाइट एरिया में बेच दिया गया था। पहले उससे घर का काम काज कराया जाता था। बाद में उसे अनैतिक कार्य में धकेल दिया गया। विरोध करने पर उसे प्रताड़ित किया जाता था। सोमवार की देर शाम उसे एक मोबाइल हाथ लगा और उसने कॉल कर मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रेस कर कार्रवाई की।
पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़की को अपने घर का पता मालूम नहीं है सिर्फ पिता का नाम पता है। वह घर के बारे में बताती है। कि उसका घर नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है। लड़की ने काउंसलिंग में पुलिस को बताया है। कि जिस वक्त उसे सहरसा लाया गया था, उसकी उम्र करीब 10 वर्ष थी। मुख्यालय डीएसपी सह एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के नोडल अधिकारी कमलेश्वरी प्रसाद सिंह ने कहा कि आरोपी का घर को मांगलवार को सील कर दिया गया है। आरोपी सेराज नट के खिलाफ देह व्यापार और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तहत सुसंगत धाराओं में सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि लड़की के बयान के आधार पर नेपाल पुलिस से भी संपर्क की गई है। माता पिता और घर का पता लगाया जा रहा है।
सहरसा से दिवाकर कुमार दिनकर की रिपोर्ट