Jahanabad - जांच में पैरवी करने और लटकने के आरोप प्रत्यारोप के बीच भाजपा के नेता और एडीएम के बीच तीखी नोकझोंक हुई जिसके बाद एडीएम ने बीजेपी के नेता के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है.
यह मामला जहानाबाद जिला से जुड़ा हुआ है जहां गुरुवार की शाम समाहरणालय में उस समय अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया जब एडीएम जांच विनय कुमार एवं एक फरियादी घोसी थाना क्षेत्र के सोनवां गांव निवासी और खुद को बीजेपी का नेता कहने वाले राकेश कुमार के बीच तीखी नोंकझोक हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि उपविकास आयुक्त धनंजय कुमार को आकर बीच बचाव करना पड़ा।
इस घटना को लेकर एडीएम जांच विनय कुमार ने राकेश कुमार पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए नगर थाने में आवेदन दिया है, जिसमें राकेश कुमार पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है। आवेदन के अनुसार मेरे कार्यालय में राकेश कुमार एक मामले को लेकर आए थे। पहले से उनपर पंचायत तकनीकी कर्मी रंजीत कुमार द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसकी जांच चल रही है। राकेश कुमार चाहते हैं कि जांच मेरे पक्ष में हो और रंजीत कुमार पर कार्रवाई हो। लेकिन हम लोग निष्पक्षता के साथ जांच कर रहे हैं। इसको लेकर राकेश कुमार के द्वारा बार-बार फोन तथा व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर धमकी दी जाती रही है। गुरुवार को वे कार्यालय में आए और बात ही बात में उग्र हो गए। मुझे बदमाश समेत समेत अन्य आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग कर हंगामा करने लगे। इसके बाद मेरे द्वारा सुरक्षा कर्मी को बुलाया गया। नगर थाने में उनके विरूध सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है।
वहीं खुद को भाजपा नेता कहने वाले राकेश कुमार का आरोप है कि उनके गांव की रैयती जमीन पर नाली का निर्माण कर तकनीकी कर्मी रंजीत कुमार ने 7.15 लाख रुपये की निकासी कर ली है। इस मामले को लेकर उन्होंने पंचायतीराज विभाग के संयुक्त सचिव से लिखित शिकायत की थी, जिसपर बर्खास्तगी का आदेश जिला को प्राप्त हो चुका है, लेकिन पिछले पांच माह से एडीएम जांच मामले को दबाए बैठे हैं। इसी मामले में फरियाद लेकर उनके पास पहुंचा था, जिस पर वे आग बबूला हो गए और मुझे जान मारने की धमकी दी।
जहानाबाद से पवन की रिपोर्ट