पटना: बिहार की सियासत में पिछले तीन वर्षों से राजनीति की दशा और दिशा बदलने का दावा करने वाले राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज का कोई प्रदर्शन ही नहीं रहा। प्रशांत किशोर की पार्टी ने एक भी सीटें नहीं जीती वहीं एग्जिट पोल के अनुसार कम से कम 10 से 12 प्रतिशत वोट आने के कयासों पर भी ग्रहण लग गया और प्रशांत किशोर की पार्टी को मात्र 4 प्रतिशत वोट मिल सका। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर अब प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने एक तरफ विश्लेषण करने की बात कही है तो दूसरी तरफ एक बड़ा बयान भी दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि बिहार की जनता ने हमें बहुत प्यार और सम्मान दिया है। जनता ने हमें स्वीकार भी किया लेकिन कहीं राजद न आ जाये इस डर की वजह से NDA के साथ चले गए। उन्होंने कहा कि बिहार के परिणाम से हम हताश नहीं हैं बल्कि अपने मुद्दों के साथ हम लगातार जनता के बीच रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम अपनी हार की समीक्षा करेंगे और जनहित के मुद्दों के साथ अनवरत चलती रहेगी।
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उन्होंने कहा कि बिहार की जनता हमारे एजेंडों के साथ हमारे साथ है। लोगों ने राजद की सरकार न आ जाये इस डर की वजह से NDA को वोट कर दिया। बिहार की जनता ने राजद को सरकार में आने से रोकने के लिए वोट शिफ्ट किया। हालांकि हम इस परिणाम को लेकर समीक्षा करेंगे कि आखिर ऐसा परिणाम कैसे आया। उदय सिंह ने कहा कि बिहार के लोगों में कांग्रेस से उतना डर नहीं है जितना डर राजद और लालू परिवार से है। लोगों को लगा कि अगर जन सुराज को वोट करने से वोट बंटा और इसका फायदा राजद को न मिल जाये इसलिए लोगों ने एकतरफा NDA को वोट कर दिया। हम बिहार को बदलने के अपने मुद्दे पर लगातार बने रहेंगे।
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