Nalanda : नालंदा में बुधवार को सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान एक बड़े नकल गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने परीक्षा केंद्र के अंदर ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कर रहे एक अभ्यर्थी को रंगे हाथों पकड़ा, जिसके बाद पुलिस ने अभियार्थी से सख़्ती से पूछताछ की तो उसकी निशानदेही पर परीक्षा में ड्यूटी कर रहे आरपीएस स्कूल के लेखपाल (इंविजिलेटर), एक कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई नूरसराय थाना क्षेत्र के मकनपुर आरपीएस. स्कूल परीक्षा केंद्र पर हुई है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब जांच के दौरान अभ्यर्थी उत्पलकांत कुमार को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ा गया। पुलिस की पूछताक्ष में उसने कबूल किया कि, उसे यह डिवाइस परीक्षा केंद्र पर तैनात वीक्षक प्रवीण कुमार सिंह ने ही मुहैया कराई थी।
प्रवीण कुमार उसी स्कूल में लेखापाल के पद पर भी कार्यरत है। अभ्यर्थी ने बताया कि, यह पूरी सेटिंग उसके दोस्त विजय कुमार के माध्यम से हुई थी। पुलिस ने जब वीक्षक प्रवीण कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो रैकेट का तार बिहारशरीफ स्थित A to Z केमिस्ट्री कोचिंग सेंटर से जुड़ गए। प्रवीण ने खुलासा किया कि, उसे यह डिवाइस कोचिंग के डायरेक्टर मनोज कुमार ने दी थी। इस सूचना पर पुलिस की विशेष टीम ने तत्काल छापेमारी कर डायरेक्टर मनोज कुमार और बिचौलिए विजय कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है।
सदर डीएसपी नूरुल हक़ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, पुलिस ने इस मामले में कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें बेगूसराय का अभ्यर्थी उत्पलकांत कुमार, शेखपुरा का रहने वाला बिचौलिया विजय कुमार, नालंदा का वीक्षक प्रवीण कुमार सिंह और कोचिंग डायरेक्टर मनोज कुमार शामिल है। उनके पास से ब्लूटूथ डिवाइस, मोबाइल फोन और एडमिट कार्ड जब्त किए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) अधिनियम, 2024 की नई धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। आपको बताते चलें कि, नालंदा ज़िले में सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए कुल 16, 578 अभ्यार्थियों के लिए 23 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जिसमें 2727 अनुपस्थित रहे।
नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट