पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जैसे जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है, बिहार में सियासी पारा गर्म होता जा रहा है। लोक आस्था का महापर्व छठ के बाद केंद्रीय नेताओं ने बिहार का दौरा शुरू तो किया लेकिन मौसम की मार ने चुनाव प्रचार पर ब्रेक लगा दिया था। तीन दिनों में करीब 50 हेलिकॉप्टर के उड़ान पर ब्रेक लगी तो नेताओं ने फोन और वीडियो कॉल के माध्यम से जनसभा को संबोधित किया। रविवार को मौसम ठीक है और आज का दिन बिहार के लिए रैलियों का दिन होने वाला है। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य बड़े नेता आज ताबड़तोड़ रैली करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंगेर, बेगूसराय और सहरसा में जनसभा करेंगे तो दूसरी तरफ राहुल गांधी बेगूसराय और खगड़िया में तथा तेजस्वी यादव बाढ़, नालंदा और मुंगेर में जनसभा करेंगे जबकि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरा और नवादा में जनसभा को संबोधित करने के बाद शाम में राजधानी पटना में रोड शो करेंगे। इन नेताओं के साथ ही बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस, राजद, जदयू और भाजपा के अन्य दिग्गज नेता भी अलग अलग जगहों पर प्रचार करेंगे और मतदाताओ को अपने पाले में करने की कोशिश करेंगे।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर भी राजनीति
चुनाव प्रचार के दौरान मोकामा विधानसभा क्षेत्र में बीते दिनों जन सुराज प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या मामले ने बिहार की राजनीति को अलग ही रंग दे दिया है। एक तरफ विपक्ष सरकार को जंगलराज वाले बयान पर घेर रहा है तो दूसरी तरफ NDA की सरकार को विफल बताते हुए बदलाव की बात कर रहा है वहीं दूसरी तरफ NDA के नेता इसे नीतीश कुमार का सुशासन का असर बता रहे हैं कि जदयू प्रत्याशी को भी गिरफ्तार होना पड़ा। माना जा रहा है कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी को एक तरफ सत्ता पक्ष सुशासन के नाम पर भुनाने की कोशिश में जुट गया है तो दूसरी तरफ विपक्ष आपराधिक घटनाओं के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने में जुटा हुआ है।
नीतीश कुमार का सुशासन या बिहार में है जंगलराज
सत्ता पक्ष की तरफ से केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, जदयू के प्रवक्ता समेत अन्य नेताओं ने कहा कि यह नीतीश कुमार के सुशासन का ही असर है कि हमारी सरकार और हमारे प्रत्याशी होते हुए भी अनंत सिंह आपराधिक मामले में आरोपी बनाये गए तो प्रशासन ने बगैर कुछ सोचे उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हमारी सरकार न तो किसी को फंसाती है और न ही बचाती है जबकि विपक्ष की सरकार में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद अपराधियों को सीएम आवास में सुरक्षा दी जाती थी। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष की तरफ से तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता सचिन पायलट समेत अन्य नेताओं ने कहा कि यह जंगलराज का ही असर है कि बिहार में दिनदहाड़े हत्याएं हो रही है, गोलियां चल रही है और सरकार कुछ नहीं कर पा रही है।