Saharsa - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी नल जल योजना की तारीफ देश के कई राज्यों में की जा चुकी है पर खुद बिहार में कई अधिकारियों की मनमानी और लापरवाही की वजह से इस योजना का लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है. योजना के नाम पर भ्रष्टाचार के भी आरोप स्थानीय अधिकारियों पर लग रहे हैं.
इसका एक उदाहरण सहरसा जिले के बनमाइटहरी प्रखंण्ड क्षेत्र के खुरेशान गॉंव को लिया जा सकता है,जहां नल-जल योजना मैं घरवाली की वजह से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है इसको लेकर ग्रामीणों ने अधिकारी एवं संवेदक के खिलाफ आक्रोशित हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि सहरसा जिले के बनमाइटहरी प्रखंड के सात पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय नलजल योजना से हर घर नल का जल का क्रियान्वयन पूरी तरह से फेल है। कही पाइप से पानी बह रही है। तो कहीं पर जल मीनार से पानी टपक रहा है। पिछले एक वर्षों से किसी भी घर को शुद्ध पेयजल का लाभ नहीं मिल पाया है। वार्ड के प्रतिनिधियों ने आवेदन लिखकर पीएचइडी विभाग समेत जिलाधिकारी को कई बार दिया लेकिन इस पर कोई सकारात्मक खबर सामने नहीं आई है।
अब ग्रामीणों का सब्र का बांध भी टूट गया और गुरुवार को खुरेशान गांव के दो दर्जन से अत्यधिक ग्रामीणों ने नल-जल की कुव्यवस्था को लेकर सड़क पर उतर कर पीएचइडी विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण अमित कुमार,बंदेलाल यादव,जयराम राम,बिपत यादव,उमेश यादव,नरेश यादव,रमेश शर्मा,प्रिंस कुमार,राजकुमार यादव, प्रभाष कुमार,उमेश शर्मा,रतन शर्मा, राजेन्द्र यादव,कैलू राम,पंकज राम,दिलीप राम,अनिल यादव,बेचन यादव,मुकेश यादव,सज्जन यादव, विभाष शर्मा वकील यादव,बर्जुन यादव समेत अन्य ने कहा कि इस वार्ड में नल जल योजना की स्थिति बहुत खराब है। आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर हैं। वार्ड 01 से लेकर सभी वार्डो तक में लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया नहीं करवाई जाती हैं। इनमें से वार्ड आठ में जल मीनार का मुख्य पाइप टूट गया है। उससे टंकी में पानी नहीं पहुंचने से आपूर्ति बंद है। वहीं कुछ वार्डों में जलमीनार का मोटर जल गया है। इससे यहां के लोगों को एक वर्ष से पानी नहीं मिल रहा है। साथ ही नल की टोटी टूटी हुई है और पाइप भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे लगभग दो सौ घरों को पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। सहुरिया पंचायत के वार्ड एक में रखरखाव व मरम्मत के अभाव में यहां पानी की सप्लाई बंद है। नल व पाइप क्षतिग्रस्त होने से अब संख्या कम हो गई है। वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति पूरी तरह से निष्क्रिय है.
इस संबंध में प्रखंण्ड विकास पदाधिकारी गूलशन कुमार झा ने कहा कि नल-जल योजना को लेकर शिकायत आई है. नल-जल जेई को सूचना दी गई है। जॉंच के बाद एक्शन लिया जाएगा।
सहरसा से दिवाकर कुमार दिनकर की रिपोर्ट