जहानाबाद: जिले में शनिवार को शिक्षक संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) और जिला परियोजना पदाधिकारी (डीपीओ) के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया। यह प्रदर्शन बिहार शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न संगठनों के शिक्षक बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रदर्शन की शुरुआत शहर के ऊँटा मोड़ से हुई। इसके बाद शिक्षक जुलूस के रूप में हॉस्पिटल मोड़ तक पहुंचे। इस दौरान शिक्षकों ने डीईओ और डीपीओ के पुतले जलाए और नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों अधिकारी तानाशाही रवैया अपनाते हुए शिक्षकों की समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं और गलत जानकारी देकर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं।
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शिक्षकों ने वेतन भुगतान में हो रही देरी, पुराने बकाया के भुगतान, सेवा पुस्तिका अद्यतन, प्रधान शिक्षकों को अधिकार देने और एचआरएमएस पोर्टल पर हुई गलतियों में सुधार की मांग उठाई। उनका कहना है कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार फैला है और बिना रिश्वत के कोई काम नहीं किया जाता। मांगों में बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों को निर्धारित दर पर एचआरए और डीए का भुगतान, 1999 बैच के शिक्षकों को प्रशिक्षण लाभ, तथा सेवानिवृत्त और दिवंगत शिक्षकों के परिजनों को सभी लाभ देने की मांग भी शामिल हैं। कुल 21 मांगों को लेकर यह विरोध दर्ज कराया गया। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। उन्होंने 26 दिसंबर से जिला शिक्षा कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की घोषणा भी की है। कुल मिलाकर, शिक्षकों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा।
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जहानाबाद से पवन कुमार की रिपोर्ट