Jamui:- बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहलगाम हमले के आतंकियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करने की मांग मोदी सरकार से कर रहे हैं वहीं जातीय गणना के मुद्दे पर मोदी सरकार के बैक फुट पर आने की बात कह रहे हैं.
जमुई दौरे पर आए तेजस्वी यादव ने उदय नारायण चौधरी और जयप्रकाश नारायण यादव जैसे नेताओं के साथ मिलकर मीडिया कर्मियों से कई मुद्दों पर बात की. विधानसभा चुनाव में जमुई से प्रत्याशी के सवाल को वो टाल गए,जबकि जाति जनगणना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से हमारी ताकत और लालू प्रसाद यादव के वर्षों के संघर्ष का नतीजा है। तेजस्वी यादव ने दावा किया कि 2001 में ही जाति जनगणना होनी थी,लेकिन सरकार टालती रही। उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार बनी तो सबसे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर जातिगत जनगणना की मांग उठाई। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा था, कि केवल चार जातियां है।और जाति का जनगणना से समाज में द्वेष फेलेगा उन्होंने कहा भाजपा आरएसएस ने हमेशा इसका विरोध किया है।लेकिन उन्होंने कलेजे पर पत्थर रखकर इसे करवाना पड़ा।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने साफ कहा किया बीजेपी का एजेंडा कभी था ही नही। और अब क्रेडिट लेने की होड़ मचा रही है।
वहीं 20 वर्षों तक एनडीए सरकार का हिस्सा रहा लेकिन जातिगत जनगणना तब नहीं हुई। जबकि स्वयं 17 महीने डिप्टी सीएम रहे इस दौरान यह प्रक्रिया शुरू हुई।तेजस्वी ने यह अभी कहा कि जिन लोगों को जानकारी नहीं है वह देवगौड़ा सरकार का इतिहास पढ़ लें उन्होंने सवाल उठाया की 2001 में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार और 2011 में यूपीए सरकार में सर्वे हुआ था तब तक सरकार गिर गई। और आपको नतीजा सुनना पड़ा था।लेकिन डाटा ड्राफ्ट होने का हवाला दिया था।
पहलगाम हमले पर तेजस्वी यादव ने कहा देश की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। तेजस्वी ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ विपक्ष एकजुट है, और सरकार को चाहिए कि दोषियों को सख्त सजा दिलवाएं ताकि कभी भारत की तरफ नजर नहीं उठा सके।
जमुई से धनंजय की रिपोर्ट