Aurangabad :-नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा और तीखा वार किया है। कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के तहत औरंगाबाद आए तेजस्वी ने सोमावार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार नही बल्कि साढ़े तीन लोग सरकार चला रहे है। उन्होने कहा कि सीएम से भी उपर सुपर सीएम है। वह सुपर सीएम डीके बॉस है। हालांकि उन्होने डीके बॉस के नाम का खुलासा करने से परहेज किया।
बताते चलने की तेजस्वी यादव इन दोनों सीएम नीतीश कुमार से ज्यादा उनके साथ काम करने वाले अधिकारियों पर निशाना साथ रहे हैं. डीके का मतलब दीपक कुमार से है जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार हैं, और बिहार के मुख्य सचिव रह चुके हैं. ऐसा माना जाता है कि महाकठबंधन को छोड़कर एनडीए के साथ दोबारा ले जाने में दीपक कुमार की अहम भूमिका है, यही वजह है कि तेजस्वी यादव इन दिनो डीके बॉस का नाम लेकर निशाना साध रहे हैं.
औरंगाबाद में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर की तरह ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेल्थ कार्ड जारी किए जाने की मांग की। कहा कि उम्र के एक पड़ाव पर शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आ जाती है। ऐसी समस्याएं नीतीश कुमार के साथ भी है। अब वे सरकार चलाने के लिए फिट नही है। सीएम थक चुके है। थके हुए आदमी और रिटायर्ड अधिकारी से बिहार नही चलने वाला है। बिहार के लोगों ने उन्हे 20 साल मुख्यमंत्री के रूप में देख लिया। एक ही जमीन पर 20 साल तक एक ही ब्रांड का बीज डालने पर जमीन खराब हो जाता है। बिहार में नया बीज डालने की जरूरत है। इस जरूरत को जनता भी पहचान रही है क्योकि अब उनके पास कुछ करने का न तो स्टेमिना है, न विजन और न ही कोई ब्लू प्रिंट है। वें खुद ही कहते है कि अब बिहार में करने को कुछ बचा नही है। मतलब उनके पास कुछ करने की क्षमता ही नही बची है। इसी कारण वें ऐसा बोलते है। जबकि बिहार में लिए करने के लिए तेजस्वी के पास बहुत कुछ ही नही सब कुछ है। इसीलिए जनता अब नीतीश कुमार को दूर करने वाली है और विधानसभा चुनाव में उनका दूर होना भी तय है।
कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में राजद-कांग्रेस का गठबंधन आज भी बरकरार है। यह मिथ्या प्रचार किया जा रहा है कि गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक ही था। इस बात को वें सिरे से खारिज करते है। कांग्रेस से हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले से था, आज भी है और विधानसभा चुनाव में भी रहेगा। इसमें किंतु-परंतु की कही कोई गुंजाइश नही है।
वहीं तेजस्वी ने राहुल गांधी के बिहार के जातीय सर्वे पर दिए गए बयान को सही ठहराया। कहा कि राहुल गांधी ने गलत क्या कहा है? जब जातीय सर्वे के आंकड़ों का राज्य सरकार कोई उपयोग ही नही कर रही है। सर्वे की रिपोर्ट को सरकार ने गतालखाते में डाल रखा है तो फिर सर्वे कराने के मायने ही क्या रह गए? राहुल गांधी ने इसी वजह से जातीय सर्वे पर सवाल उठाया है।
तेजस्वी ने औरंगाबाद के ओबरा थाना के बेल और मदनपुर के सढ़ैल में हुई मॉब लीचिंग की घटनाओं को लेकर राजद द्वारा पीड़ितों के आंसू पोंछने नही जाने के सवाल पर अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत दी। कहा कि दोनों ही घटनाएं बेहद निंदनीय है। किसी भी घटना में जाति नही देखनी चाहिए। राजद सभी जातियों ए टू जेड की पार्टी है। इस नाते हमारी पार्टी के एमपी-एमएलए और अन्य सभी नेताओं को दोनों घटनाओं को लेकर पीड़ितों के गांव जाने चाहिए। पीड़ित परिवार के आंसू पोंछने चाहिए। शीघ्र ही हमारी पार्टी के नेता पीड़ितों से उनके गांव जाकर मिलेंगे और उन्हे न्याय दिलाने का काम करेंगे।
औरंगाबाद से गणेश की रिपोर्ट