सारण: भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर की 138वीं जयंती के अवसर पर राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान छपरा स्थित उनके पैतृक आवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई थी। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर भी दिया गया।
जयंती समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जब हम स्वतंत्र हुए थे तब साक्षरता दर मात्र 17 प्रतिशत थी और आज हम साक्षरता का अलख गांव गांव में फैला रहे हैं। आज के समय में गांवों में कई ऐसे लोग मिलते हैं जो साक्षर या शिक्षित तो नहीं हैं लेकिन उनकी जानकारी अच्छे खासे पढ़े लिखे लोगों से भी अधिक है। हमारी परंपराएं भी विश्वप्रसिद्ध है और इसे साहित्य में कई रूपों में प्रस्तुत किया गया है। भिखारी ठाकुर ने भी अपनी परंपराओं और संस्कृति को साहित्य के रूप में प्रस्तुत किया और भोजपुरी को विश्व भर में पहुंचाया। इस दौरान लोगों ने राज्यपाल से भिखारी ठाकुर को भारत रत्न देने की अनुशंसा करने की भी मांग की।
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जयंती समारोह के दौरान भिखारी ठाकुर के प्रसिद्ध नाटक खबर 'गबर घिचोर' का मंचन भी किया गया। इस दौरान सारण जिला परिषद अध्यक्ष जय मित्र देवी, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव, गरखा के विधायक सुरेंद्र राम, सारण डीआईजी निलेश कुमार, प्रभारी जिलाधिकारी सह नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडे, एसएसपी सारण डॉ कुमार आशीष सहित जिले के कई आला अधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। इसके पहले भिखारी ठाकुर चौक पर प्रभारी जिलाधिकारी और अन्य लोगों के द्वारा भिखारी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
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