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सुपौल के छातापुर में सहकारी बैंक की शाखा अचानक हुई बंद, पैसे के लिए परेशान हैं ग्राहक..

The branch of cooperative bank in Chhatapur of Supaul sudden

Supaul:- निजी बैंक की कंपनी द्वारा ठगी का  मामला सामने आया है. सुपौल जिले के छातापुर इलाके से जुड़ा यह मामला है.

यहां एक निजी बैंक कंपनी द्वारा आम लोगों का पैसा जमा होने के बाद ब्रांच बंद कर फरार हो जाने का मामला सामने आया है।छातापुर के जीवछपुर के  लोगों ने आरोप लगाया है कि करीब पांच सौ उपभोक्ता के 80 लाख रुपए जमा होने के बाद जब मैच्योरिटी मिलने का समय आया तो उक्त निजी कंपनी के बैंक द्वारा ब्रांच बंद कर दिया गया है। जिससे अब उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है।

 यह पूरा मामला दी कोशी सेंट्रल को ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड के अररिया जिले के  नरपतगंज ब्रांच से संबंधित है। आरोप है कि दी कोशी सेंट्रल को ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की अररिया जिले की नरपतगंज शाखा द्वारा छातापुर इलाके के करीब 500 उपभोक्ताओं का दैनिक राशि जमा के माध्यम से पैसा जमा करवाया गया, लेकिन जब मैच्योरिटी का समय आया तो ब्रांच बंद कर दिया गया है। जिसके बाद अब उपभोक्ता दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है। छातापुर प्रखंड क्षेत्र के जीवछपुर गांव के उपभोक्ताओं ने बताया कि पहले इस बैंक की शाखा त्रिवेणीगंज में थी जिसके बाद उक्त निजी बैंक की शाखा ट्रांसफर होकर छातापुर में खोली गई और फिर कुछ दिनों के बाद दी कोशी सेंट्रल को ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड का यह ब्रांच अररिया जिले के नरपतगंज में खोला गया।  नरपतगंज स्थित ब्रांच के माध्यम से उपभोक्ताओं के खाता में दैनिक जमा राशि के माध्यम से पैसा जमा करवाया गया।आरोप है कि इस बीच करीब दो महीने पहले अररिया जिले के नरपतगंज में स्थापित दी कोसी सेंट्रल को ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड का शाखा अब बंद कर दिया गया है। लिहाजा जमा राशि की मैच्योरिटी पूरी होने के बाद अब उपभोक्ता ब्रांच जाते हैं तो वहां ब्रांच बंद हो चुका है। लिहाजा लोग निराश लौट रहे हैं। लोगों का आरोप है कि मेहनत मजदूरी कर वे लोग किसी तरह इस बैंक के शाखा में पैसा जमा किया ताकि मैच्योरिटी होने पर एक मुश्त राशि उन्हें मिल पाए। लेकिन ब्रांच बंद हो जाने से लोगों में भारी आक्रोश है।

उक्त निजी बैंक में कार्यरत एक मोटीवेटर अशोक कामत का आरोप लगाया है कि सिर्फ छातापुर इलाके से करीब 500 उपभोक्ताओं का 80 लाख रुपया जमा है इसके अलावा अन्य जिले के उपभोक्ताओं की राशि भी मिला दें तो करीब 3 करोड़ की राशि उक्त बैंक के नरपतगंज शाखा में जमा किया गया है। ब्रांच बंद होने के बाद अब तमाम उपभोक्ता भुगतान के लिए दर दर की ठोकर खा रहे हैं।  इसको लेकर उन्होंने नरपतगंज थाना में लिखित शिकायत भी किया है, लेकिन कहीं कोई पहल नहीं हो रही है।

रिपोर्ट- अमरेश कुमार, सुपौल

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