नई दिल्ली: नए वर्ष 2026 की शुरुआत गैस उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी हो सकती है। एक जनवरी से संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) और पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) दोनों की कीमतें घटने की संभावना है। सरकार और उद्योग सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (PNGRB) परिवहन शुल्क ढांचे में बड़ा बदलाव लागू करने जा रहा है, जिसके कारण गैस की अंतिम उपभोक्ता कीमतों में कमी आ सकती है। जानकारी के अनुसार, नए साल से CNG की कीमतों में दो से ढाई रुपये प्रति किलोग्राम तक तथा घरेलू PNG में करीब दो रुपये प्रति यूनिट तक की कटौती देखी जा सकती है। यह कदम सीधे तौर पर परिवहन लागत में भारी कमी से संभव हो रहा है।
अभी तक प्राकृतिक गैस परिवहन शुल्क दूरी के आधार पर कई स्लैब में बंटा था। 200 से 1200 किलोमीटर दूरी के लिए कंपनियों को 42 रुपये से 107 रुपये तक का परिवहन शुल्क देना पड़ता था। लेकिन अब बोर्ड ने सिस्टम को सरल करते हुए पूरा देश सिर्फ दो जोन में बांट दिया है, और परिवहन शुल्क को घटाकर औसत 54 रुपये कर दिया गया है।
इस फैसले का फायदा देश के 312 भौगोलिक गैस वितरण क्षेत्रों में रहने वाले लाखों उपभोक्ताओं को मिलने वाला है। गैस कंपनियों पर लागत का दबाव कम होगा, और बचत का लाभ उपभोक्ता कीमतों में दिखाई देगा। CNG के सस्ते होने से वाहन मालिकों की रनिंग कॉस्ट घटेगी, ऑटो और टैक्सी सेक्टर को राहत मिलेगी। वहीं, PNG से खाना बनाने वाले घरों के मासिक खर्च में भी कमी आएगी। कुल मिलाकर, नए साल की शुरुआत आम जनता के गैस बजट को हल्का करने वाली साबित हो सकती है। यह कदम न केवल उपभोक्ताओं को फायदा देगा, बल्कि गैस की मांग और उपयोग को भी बढ़ावा दे सकता है।