Desk - बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड नोट ने पारिवारिक रिश्ते के साथ ही पूरे सिस्टम की दुर्गंध को सामने ला दिया है. इसमें पत्नी, सास और चचेरे ससुर के साथ ही एक जज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं, अब देखना है कि मामले की जांच कर रही पुलिस और यह सिस्टम दोषियों के खिलाफ कब और किस तरह की सजा दिला पाती है, या फिर यह केस भी लाखों केस की तरह सिस्टम की भेंट चढ़ जाता है.
फ्लैट में फांसी लगाई
बताते चलें कि बिहार के समस्तीपुर के पूसा के रहनेवाले AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने सुसाइड कर लिया.अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट में उनके फ्लैट से बरामद हुआ है उनका शव फंदे से लटका मिला. घर का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला गया. कमरे से ‘Justice is Due’ यानी न्याय बाकी है लिखी एक तख्ती भी मिली है.
वीडियो सुसाइड नोट किया रिकॉर्ड, जज पर गंभीर आरोप
सुसाइड से पहले मृतक अतुल सुभाष ने 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो और 24 पन्ने का सुसाइट नोट भी लिखा था. सुसाइड नोट और वीडियो में अतुल ने कहा कि उनके पास अब सुसाइड करने के सिवा कोई उपाय नहीं है. उसने अपनी आत्महत्या के लिए पत्नी निकिता सिंघानिया, सास, साले और चचेरे ससुर को बताया है.साथ ही यूपी के जौनपुर की एक जज पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं,जिसने मामले को रफा दफा करने के लिए 5 लाख रिश्वत की मांग की थी. सुसाइड नोट से ऐसा लगता है कि अतुल अंदर से पूरी तरह से टूट चुका था और उसे आगे सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा नजर आ रहा था जिसके बाद उसने इतना बड़ा कदम उठाया और खुद की जान ले ली.
पत्नी ने अपने मासूम बच्चे के भविष्य का भी ख्याल नहीं रखा
आत्महत्या के बाद मिला सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने पत्नी समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.वीडियो में अतुल ने बताया कि उसकी शादी 26 जून 2019 को हुई थी.जौनपुर की फैमिली कोर्ट में पत्नी निकिता सिंघानिया ने उसके खिलाफ चार मुकदमे दर्ज कराए थे. शादी के बाद से ही ससुराल के लोग 10 लाख रुपये दहेज को लेकर उसे प्रताड़ित करने की शिकायत की थी.अपनी बेटी निकिता के इस व्यवहार से उनके पिता को गहरा सदमा लगा और हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई.उसके बाद वह अपनी पत्नी निकिता को अपने साथ बेंगलुरु ले आए. बाद में 20 फरवरी 2020 को उसे एक बेटा हुआ. निकिता ने शिकायत की थी कि बेटे के जन्म के बाद उसे घर में प्रसारित किया जा रहा था और 17 मई 2021 को उसे पीटकर घर से निकाल दिया गया. तब से वह अपने बच्चे के साथ मायके में रह रही है. उसने कोर्ट में आवेदन देकर बेटे के परवरिश के नाम पर 2 लाख भरण पोषण हर माह देने की मांग की थी पर कोर्ट ने 40 हजार देने का आदेश दिया. कोर्ट में घरेलू हिंसा का केस चल रहा था और 12 दिसंबर को फिर से सुनवाई होनी थी.
सास आत्महत्या के लिए उकसाई
इस बीच कोर्ट में विभिन्न तारीखों पर उसकी पत्नी और सास आत्महत्या के लिए उकसाती थी.एक बार सास ने कहा, ‘तुमने अभी तक सुसाइड नहीं किया, मुझे लगा आज तुम्हारे सुसाइड की खबर आएगी. इस पर अतुल ने उन्हें जवाब दिया कि मैं मर गया तो तुम लोगों की पार्टी कैसे चलेगी.’ इस पर उसके सास ने जवाब देते हुए कहा कि तुम्हारा बाप पैसे देगा. पति के मरने के बाद सारी संपत्ति पत्नी की होती है. तुम्हारे मां-बाप भी जल्दी मर जाएंगे. पूरी जिंदगी तेरा पूरा खानदान कोर्ट के चक्कर काटेगा. इसके साथ ही अतुल ने लिखा कि उनका केस यूपी के जौनपुर में चल रहा था, और जज ने मामले को रफा-दफा करने के लिए 5 लाख रुपए की डिमांड की थी.
परिवार और सिस्टम से नाराज अतुल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि न्याय मिलने तक मेरी अस्थियां सहेज कर रखना और अगर मुझे न्याय नहीं मिले तो मेरी अस्थियां गटर में बहा देना.