Patna city :- पंजर मेले की प्रथा पटना में सैकड़ो सालों से चलती आ रही है और आज भी कुछ लोग इस परंपरा को आगे बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. पटना सिटी में यह मेल हर साल लगता है. इस मेले में शरीर में पंजर भोंकने की परंपरा है.
बदलते समय के साथ अपने शरीर में पंजर भोकवाने वाले की संख्या में कमी आ रही है लेकिन इस दौरान मेले को देखने वाले भीड़ की संख्या लगातार बढ़ रही है.
कई साल तक अपने शरीर में पंजर भोंक चुके राजकुमार बताते हैं कि पंजर भोंकने की प्रक्रिया में सुई चुभने जितना दर्द होता है. राजकुमार ये भी बताते हैं कि पंजर भोंकने वाले लोगों को खाने पीने में खट्टे चीजों की मनाही होती हैं. अक्सर आपने सड़क किनारे जादू दिखाने वालों को ‘सरिया’ शरीर के इस पार से उस पार करते हुए देखा होगा. इसमें में न तो दर्द और न ही शरीर से खून बहता है. असल में यह हाथ की सफाई होती है. लेकिन बिहार में कुछ ऐसी परंपराएं हैं, जिसमें सरिये को शरीर में आर पार किया जाता है. पंजर भोकवा मेला अपने आप में काफी खास है. खास इसलिए, क्योंकि यहां लोग लोहे के छड़ को शरीर से आर पार करते हैं और उस जगह से खून भी नहीं निकलता है। इस दौरान लोगों क भीड़ जुटती है. परिवार के लोग बच्चों को भी मेला दिखाने के लिए लाते हैं.
पटना सिटी से मुकेश की रिपोर्ट