पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने तीन C के सिद्धातों के आधार पर एक बार फिर से कार्रवाई तेज कर दी है और इसके तहत अब भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई तेज हो गई है। एक बार फिर बिहार में भ्रष्ट अधिकारी पर शिकंजा कसने लगा है। इस मामले में इस बार EOU ने एक बड़ी कार्रवाई की है। EOU की टीम ने पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के विकास पदाधिकारी भावेश कुमार सिंह के पास आय से अधिक संपत्ति होने के मामले में उनके आवास समेत 6 ठिकानों पर छापेमारी की।
EOU की टीम ने पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव के विकास अधिकारी भवेश कुमार सिंह के राजधानी पटना के रूपसपुर थाना क्षेत्र के रामजयपाल नगर में स्थित पुष्पक रेजीडेंसी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 203, अगमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत पहाड़ी पर स्थित 6 मंजिला भवन, गोपालगंज के मांझागढ़ थाना क्षेत्र में स्थित पैतृक आवास, गोपालगंज के मांझागढ़ स्थित भावना पेट्रोलियम, राजधानी पटना से सटे बिहटा इलाके में स्थित जय माता दी राइस मिल तथा एसपी वर्मा रोड स्थित पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक स्थित कार्यालय में एकसाथ छापेमारी की।
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बैंक अधिकारी भावेश कुमार पर आय से करीब 60 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। EOU की टीम उनके ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बैंक, प्रॉपर्टी समेत अन्य दस्तावेजों को खंगाल रही है। मामले की पुष्टि करते हुए EOU के एडीजी नैयर हसनैन खान ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति का मामला है जिसमें छानबीन की जा रही है। फ़िलहाल कार्रवाई जारी है इसलिए अभी बरामदगी को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। कार्रवाई पूरी होने के बाद जानकारी दी जाएगी।
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