Join Us On WhatsApp
BISTRO57

संसद के शीतकालीन सत्र में अदाणी के मुद्दे पर हंगामा तय, सर्वदलीय बैठक ने कांग्रेस ने उठाया मुद्दा..

There is sure to be uproar on Adani issue in the winter sess

Desk -.संसद के शीतकालीन सत्र सोमवार 25 नवंबर से शुरू हो रहा है जो 20 दिसंबर तक चलेगा. इस सत्र के दौरान  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी एनडीए को मिली अपार बहुमत का असर दिख सकता है, हालांकि झारखंड में बीजेपी को झटका लगा है और वह लगातार दूसरी बार सत्ता से बाहर रहने को मजबूर है. कई मुद्दों पर संसद के सत्र के दौरान सत्ता पक्ष एवं विपक्षी सदस्यों के टकराव के भी कयास लगाया जा रहे हैं.


इस सत्र के शुरू होने से पहले केंद्र की सरकार द्वारा आज रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, इसमें सत्ताधारी भाजपा के साथ ही मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत अन्य पार्टी के नेता शामिल  हुए. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने यह बैठक बुलाई। बैठक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा, कांग्रेस नेता जयराम रमेश और गौरव गोगोई के अलावा टी शिवा, हरसिमरत कौर बादल और अनुप्रिया पटेल शामिल हुए।

 इस बैठक में कांग्रेस के नेताओं ने अदाणी समूह पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा की मांग की। विपक्षी दल ने मणिपुर मुद्दे, उत्तर भारत में प्रदूषण और रेल दुर्घटनाओं पर भी चर्चा की मांग की।

       कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उनकी पार्टी ने अदाणी समूह पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों पर संसद में चर्चा की अनुमति देने का सरकार से आग्रह किया है. उनकी पार्टी चाहती है कि सोमवार को संसद की बैठक में सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया जाए। यह देश के आर्थिक और सुरक्षा हितों से जुड़ा एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि कंपनी ने अपनी सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अनुकूल सौदा पाने के वास्ते नेताओं और नौकरशाहों को 2,300 करोड़ रुपये से अधिक का कथित तौर पर भुगतान किया। अमेरिकी अभियोजकों ने अरबपति गौतम अदाणी पर अनुकूल सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 2,200 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया है। 

     तिवारी ने कहा कि कांग्रेस उत्तर भारत में गंभीर वायु प्रदूषण, ‘‘नियंत्रण से बाहर’’ हुई मणिपुर की स्थिति और रेल दुर्घटनाओं जैसे मुद्दों पर भी चर्चा चाहती है। 

       

      शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के लिए वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 विधेयक सूचीबद्ध किए गए हैं। बैठक में संविधान को अंगीकार किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवंबर को संविधान सदन (पुराने संसद भवन) के ‘केंद्रीय कक्ष’ में आयोजित होने वाले कार्यक्रम पर भी चर्चा होने की संभावना है।

      लंबित विधेयकों में वक्फ (संशोधन) विधेयक भी शामिल है जिसे दोनों सदनों की संयुक्त समिति द्वारा लोकसभा में अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। समिति को शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के आखिरी दिन अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। समिति के विपक्षी सदस्य समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने की समयसीमा बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं.उन्होंने आरोप लगाया है कि समिति के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी  के सांसद जगदंबिका पाल समिति की बैठकों में बाधा डाल रहे हैं और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से हस्तक्षेप करने की मांग की है।


 वर्ष 2024-25 के लिए ‘अनुदानों की अनुपूरक मांगों के प्रथम बैच’ पर प्रस्तुति, चर्चा और मतदान को भी सूचीबद्ध किया गया है। सरकार द्वारा सूचीबद्ध अन्य विधेयक पंजाब न्यायालय (संशोधन) विधेयक है। इसके अलावा, तटीय नौवहन विधेयक और भारतीय बंदरगाह विधेयक को भी पेश और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक सहित आठ विधेयक लोकसभा में लंबित हैं और दो अन्य विधेयक राज्यसभा में लंबित हैं।


bistro 57

Scan and join

darsh news whats app qr
Join Us On WhatsApp