पूर्वी चंपारण: कैथवलिया में बन रहा विराट रामायण मंदिर न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर बनने जा रहा है। यह मंदिर विश्व का सबसे बड़ा राम मंदिर होगा, जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। करीब 140 एकड़ में फैला यह भव्य मंदिर 270 फीट ऊँचा होगा और आकार में अयोध्या के राम मंदिर से लगभग तीन गुना बड़ा बताया जा रहा है। साथ ही इसकी ऊँचाई कंबोडिया के प्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर से भी अधिक होगी। विराट रामायण मंदिर का मुख्य शिखर 270 फीट ऊँचा होगा, जबकि मंदिर की कुल लंबाई 1080 फीट और चौड़ाई 540 फीट होगी।
यह भी पढ़ें: देर रात उठी आग की लपटें, सुपौल में मचा हड़कंप
पूरे मंदिर परिसर में कुल 12 शिखर बनाए जाएंगे, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाएंगे। मंदिर परिसर में 18 से 22 छोटे मंदिर भी होंगे, जिनमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, भगवान शिव-पार्वती, गणेश सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। इस मंदिर की एक बड़ी विशेषता यहां स्थापित किया जाने वाला 33 फीट ऊँचा शिवलिंग है, जो दुनिया का सबसे बड़ा ग्रेनाइट शिवलिंग होगा। इसका वजन लगभग 210 मीट्रिक टन बताया जा रहा है। इस विशाल शिवलिंग के निर्माण और स्थापना का कार्य पटना स्थित महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है, जिसके लिए विशेष तकनीकी और सुरक्षा तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर निर्माण से बिहार को धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिलने की उम्मीद है। बड़ी संख्या में श्रद्धालकों और पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों को भी रोजगार और विकास के नए अवसर मिलेंगे। जानकारी के अनुसार, विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है
यह भी पढ़ें: ननिहाल में रह रहे युवक ने की नाबालिक से दरिंदगी की कोशिश, पुलिस ने दबोचा
मोतिहारी से प्रशांत कुमार की रिपोर्ट।