बिहार जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि सियासी फायदे के लिए अपराधियों को संरक्षण देना राजद की परंपरागत राजनीति का हिस्सा रहा है और उनके 15 वर्षों के शासनकाल को याद करें तो इसके अनगिनत प्रमाण भी मिलते हैं। असल में राजद का शासनकाल बिहार की कानून-व्यवस्था पर बदनुमा दाग है। उन्होंने कहा कि राजद का राजनीतिक बुनियाद अपराध और भ्रष्टाचार पर टिका है इसलिए कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर उनकी चिंता पूरी तरह से बनावटी और दिखवाटी है।
15 वर्षों के कार्यकाल का इतिहास गवाह है कि राष्ट्रीय जनता दल ने अपने आपराधिक शागिर्दों को खाद-पानी देकर बिहार को जंगलराज के अंधकार में धकेलने का महापाप किया था। आज गिने-चुने घटनाओं को आधार बनाकर कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले जंगलराज का राजनीतिक विरासत संभाल रहे राजद के युवराज को यह जरूर याद रखना चाहिए उनके माता-पिता के दामन पर 119 से अधिक जातीय नरसंहार का बदनुमा दाग है जो कि सदियों तक नहीं धुलेगा।श्री कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार में स्थापित सुशासन राज का सबसे ठोस प्रमाण यही है कि देश-दुनिया के निवेशक अब बिहार की ओर आकर्षित हो रहे हैं, सूबे में नए-नए उद्योग धंधे लग रहे हैं और बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी रिकाॅर्ड इजाफा हुआ है। वरना राजद की सरकार में तो खौफ का ऐसा वातावरण था कि यहां के डाॅक्टर, इंजीनियर और व्यवसायी वर्ग पलायन करने पर मजबूर और बेबस थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को भय का माहौल से बाहर निकाला है परंतु जो लोग आज कानून-व्यवस्था का राग आलाप रहे हैं उन्हें अपने गिरेबान में झांककर जरूर देखना चाहिए।