उपेन्द्र कुशवाहा संविधान अधिकार परिसीमन सुधार रैली करेंगे,बीजेपी को दी नसीहत
तीन दिनों तक बाल्मीकि नगर में राजनैतिक मंथन के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हमलों ने
14 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया है
जिसमें 25 मई से संविधान अधिकार परिसीमन सुधार कार्यक्रम के तहत कई जिलों को मिलकर रैली करेंगे.. पहली रैली शाहाबाद से शुरू होगी,दूसरा मुजफरपुर में होगा।
वही बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि शाहाबाद से कार्यक्रम शुरू करने का खास मकसद है.. कहा कि दाव पेंच की गंदी राजनीति में लोकसभा चुनाव में पूरा इलाका साफ हो गया...शाहाबाद और इससे सटा मगध के इलाके में षडयंत्र की वजह से एनडीए का खाता नहीं खुला...बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी सभी बात जानते हैं और स्थानीय लोग वाकिफ है कि कौन है षडयंत्र के पीछे इस बार सजग रहना है इसलिए शाहबाद से कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है ।
विधानसभा चुनाव कैसे मजबूती से जीता जा सके इसको लेकर विचार किया गया। शाहाबाद में अगर 2023 लोकसभा चुनाव में जो चूक हुई थी इस बार अगर चुक हुई तो सत्ता से भी बाहर हो सकते हैं
उन्होंने कहा कि एक बड़ा मुद्दा है जिसको लेकर पिछले 50 वर्षों से कुछ राज्यों का नुकसान हो रहा है
वह मुद्दा है डिलिमिटेशन का, संविधान कहता है कि हर दस वर्ष में जनगणना और इसके अनुसार परिसीमन निर्धारित करना है
शुरू में 30 वर्ष यह व्यवस्था चली 1971 तक,लेकिन इसके बाद आपातकाल आ गया और देशभर के लोग इसके विरोध में आए
यदि नया परिसीमन हो तो लोकसभा में बिहार से 40 के बदले 60 सांसद चुनकर लोकसभा पहुंचेंगे,वैसे हो विधानसभा में भी संख्या बढ़ जाएगी
औसतन 10 लाख मतदाता मिलकर एक सांसद छींटे हैं जबकि कई ऐसे लोकसभा क्षेत्र हैं जहां तीस लाख लोग मिलकर एक सांसद चुन रहे हैं
इससे सभी वर्गों का नुकसान हो रहा है,आपातकाल के इस काले धब्बे को दूर करने के लिए हमारी पार्टी किसी भी सीमा तक जाएगी
बढ़ी हुई आबादी के हिसाब से क्षेत्रों की संख्या नहीं बधाई गई और विकेंद्रीकरण नहीं किया गया