समस्तीपुर: बिहार चुनाव से पहले ही विपक्ष भाजपा और NDA पर वोट चोरी का आरोप लगा रहा है और इस बीच पहले चरण के मतदान के अगले दिन ही समस्तीपुर से एक बड़ा मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास करीबी विजय चौधरी के विधानसभा क्षेत्र सरायरंजन में भारी मात्रा में वीवीपैट की पर्चियां कचड़े के ढेर से बरामद हुई है। वीवीपैट की पर्चियां बरामद होने के बाद पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई वहीं विपक्ष ने चुनाव आयोग पर जम कर हमला करना शुरू कर दिया है। वहीं मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन जांच में जुट गई है।
विपक्ष ने चुनाव आयोग पर उठाये सवाल
मामले में राजद ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। राजद ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पर वीवीपैट का वीडियो पोस्ट कर सवाल किया है। राजद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि 'समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली। कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है।'
यह भी पढ़ें - रिकॉर्ड वोटिंग ही नहीं, पहले चरण के मतदान में इस मामले में भी टूटा रिकॉर्ड, पहले नंबर पर जन सुराज तो दूसरे पर RJD...
जिला प्रशासन ने कहा होगी कार्रवाई...
वहीं दूसरी तरफ अब मामले में जिला प्रशासन ने भी स्पष्ट किया है। समस्तीपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में कचरे में बड़ी संख्या में वीवीपैट पर्चियां मिलने का मामला सामने आया। प्रशासन ने मौके से पर्चियों को जब्त कर लिया और संबंधित कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। मामले में समस्तीपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने बताया कि बहुत सारी श्रेडेड पर्चियों के बीच कुछ अनश्रेडेड पर्चियां भी पाई गईं, जिन्हें प्रशासन ने कन्फिस्केट कर सीज़र कर लिया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों से लापरवाही हुई है, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और जांच में यह स्पष्ट हो जाएगा कि ये पर्चियां किस समय की हैं। अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यह पूरा तकनीकी मामला है, जांच करते हुए सभी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
घटना सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र की है, जहां शीतलपट्टी गांव के पास हजारों वीवीपैट पर्चियां कचरे में पाई गईं। जिलाधिकारी के अनुसार यह सामग्री कमीशनिंग/डिस्पैच सेंटर के पास मिली, जहां श्रेडेड पर्चियों के साथ कुछ अनश्रेडेड पर्चियां भी देखी गईं। प्रशासन ने मौके से पर्चियों को जब्त कर लिया है और संबंधितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने कहा कि जांच के बाद पर्चियों का समय और स्रोत स्पष्ट कर दिया जाएगा और तब तक किसी भी प्रकार की अटकलों से बचने की अपील की। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि कमीशनिंग के दौरान 5% मशीनों पर 1000-1000 वोट का मॉक पोल होता है और सभी प्रत्याशियों के प्रतीक की लोडिंग जांचने के लिए बटन दबाकर परीक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्थल पर काफी संख्या में कटी हुई/श्रेडेड पर्चियां भी मिली हैं, जिसकी जांच जारी है।
यह भी पढ़ें - BJP में शामिल होंगे लालू के लाल तेज प्रताप! मिले जब रविकिशन तो साथ में मीडिया से बात करते हुए...