Breaking:- बिहार में घूसखोरी कर्मचारियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है आज स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जहानाबाद में जहानाबाद में घूसखोर क्लर्क को पकड़ा है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में पोस्टेड क्लर्क लक्ष्मण यादव को 50 हजार रुपया लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार क्लर्क शिक्षक से सैलरी और एरियर के पेमेंट के एवज में घुस ले रहा था.
शिक्षण कौशल किशोर सिंह ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग से की थी, इसके बाद निगरानी की टीम ने समुचित कार्रवाई करते हुए क्लर्क को रंगे हाथ पकड़ लिया. गिरफ्तार क्लर्क के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. यह कार्रवाई नगर थाना क्षेत्र के जिला शिक्षा कार्यालय का है।पकड़ा गया हेड क्लर्क लक्षमण यादव बताया जाता है।इस दौरान विशेष निगरानी की टीम ने घंटो जिला शिक्षा कार्यालय का सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य चीज़ों की भी बारीकी से जांच की।वही इस कार्रवाई ने शिक्षा विभाग के हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि जिला शिक्षा कार्यालय में हेड क्लर्क के पद पर तैनात लक्ष्मण यादव एक शिक्षक कौशल किशोर सिंह से 50 हजार की रिश्वत मांग रहे थे।जिसके बाद परिवादी कौशल किशोर सिंह ने विशेष निगरानी इकाई पटना में शिकायत दर्ज कराई थी।जिसके बाद विशेष निगरानी की टीम ने जाल बिछाकर घूसखोर क्लर्क को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया
।इस संबंध में निगरानी डीएसपी राज कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी लक्षमण यादव एक संस्कृत विद्यालय के शिक्षक कौशल किशोर सिंह से बकाए वेतन और पीएफ की स्वीकृत करने के लिए 10 परसेंट रिश्वत की मांग की थी।जिसमें आज पहला किस्त के रूप में वह 50 हजार रुपये दिए थे।जिसके बाद विशेष निगरानी की टीम ने कार्रवाई करते हुए हेड क्लर्क को रंगे हाथों दबोच लिया है।इधर पीड़ित शिक्षक कौशल किशोर सिंह मूल रूप से बिहटा थाना अंतर्गत जिनपुरा गांव के निवासी है,और वह हुलासगंज प्रखंड स्थित कंदौल भारती भूषण संस्कृत प्राथमिक सह मध्य विद्यालय के शिक्षक के पद पर तैनात है।पीड़ित शिक्षक ने बताया कि उनका 3 वर्षों का वेतन और पीएफ मिलाकर तकरीबन 20 लाख रुपये बकाया है।जिसके लिए वह लगातार वर्ष 2022 से शिक्षा विभाग कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे।इसी बीच जिला शिक्षा कार्यालय के हेड क्लर्क लक्ष्मण यादव ने उनसे 10 प्रतिशत रिश्वत की मांग की।मंगलवार को वह पहला किस्त के रूप में 70 हजार रुपये मांगे थे जिसमें वह 50 हजार रुपये दिए।जिसके बाद निगरानी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा लिया है। उसके हाथ में रिश्वत के पैसे होने के सबूत मिलने के बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गयी जहां उससे पूछताछ की जा रही है।