बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार उपचुनाव के नतीजों ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि NDA की डबल इंजन सरकार के प्रति जनता में गहरा विश्वास है । वोट की चोट से प्रदेश की चारों विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने 'सन्तुष्टिकरण' के पक्ष में जनादेश देकर तुष्टिकरण की राजनीति को धूल चटाई है । यही वजह है कि हम इमामगंज की सीट तो बचाने में सफल रहे ही तरारी, रामगढ़ और बेलागंज के रूप में तीन नई सीटें जीतने में भी सफल रहे । निश्चित रूप से यह परिणाम हमारे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार के परिश्रम की पराकाष्ठा और तपस्या की ताकत का परिणाम है । श्री सिन्हा ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने विधानसभा के चुनाव में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाले गठबंधन को ऐतिहासिक रूप से अपना आशीर्वाद दिया है । 2014 में भी वहां भाजपा अकेले 122 सीटें जीती थी और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना की सरकार बनी थी । 2019 में भाजपा ने अकेले 105 सीटें जीती थीं । और भाजपा-शिवसेना ने मिलकर 160 सीटें जीती थीं । लेकिन उस वक़्त उद्धव ठाकरे, कांग्रेस और शरद पवार ने मिलकर जनादेश की चोरी की थी । इस बार भी महुयुति को मिले करीब तीन चौथाई बहुमत में भाजपा अकेले 130 से अधिक सीटें अकेले जीती है । 1990 के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई पार्टी वहां अकेले 100 से अधिक सीटें जीती हो । आज हालात यह है कि जनादेश की चोरी करने वाली पार्टियां अकेले दम पर विपक्ष का नेता बना पाने की स्थिति में नहीं हैं । निश्चित रूप से झारखंड में हमें आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिला । जिस पर हमारा गठबंधन गंभीरता से मंथन करेगा ।श्री सिन्हा ने कहा कि जिनके पैर जमीन पर नहीं हैं उन्हें महाराष्ट्र, बिहार, यूपी और राजस्थान की जनता ने उस हवाई संस्कृति की हवा निकाल दी है । यह देश के लोकतंत्र को अपनी सत्ता की जागीर समझने वाली सोकी हार है।देश के संविधान को लहराकर विधवा विलाप करने वाली और वोट जिहाद को प्रोत्साहित करने वाली ताकतों की करारी शिकस्त हुई है ।निश्चित रूप से इस चुनाव परिणाम का बहुत दूरगामी परिणाम होने जा रहा है । आने वाले दिनों में दिल्ली और बिहार के विधानसभा चुनावों में भी अच्छी नीति पर आधारित हमारी राजनीति के प्रति जनता में मौजूद स्वीकार्यता स्पष्ट रूप से दिखेगी ।