Patna :- चुनावी साल में बिहार में लगातार पोस्टरबाजी हो रही है और पोस्टर के जरिये एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है. लालू और नीतीश की पार्टी के नेताओं के द्वारा गिरगिट से भी ज्यादा रंग बदलने का आरोप एक दूसरे पर लगाया जा रहा है.
वक्फ संशोधन बिल पर जदयू द्वारा समर्थन किए जाने के बाद राजद नेताओं की तरफ से एक पोस्टर लगाया गया था जिसमें नीतीश कुमार का फोटो लगाते हुए लिखा गया था कि गिरगिट रंग बदलता था और नीतीश कुमार उससे भी ज्यादा तेजी से रंग बदल रहे हैं. इसमें नीतीश कुमार का मुस्लिम के साथ इफ्तार का फोटो लगाया गया था, वहीं अब जदयू द्वारा पलटवार करते हुए लालू प्रसाद यादव का फोटो लगाया गया है, और लालू प्रसाद यादव के वक्फ को लेकर 2010 में लोकसभा में दिए गए बयान और 2025 में पार्टी द्वारा संशोधन विधेयक का किए गए विरोध की चर्चा करते हुए लिखा गया है कि सबसे बड़ा गिरगिट कौन है? यानी दोनों पार्टी के नेताओं के द्वारा लाल और नीतीश कुमार को रंग बदलने में सबसे बड़ा गिरगिट साबित करने की कोशिश की जा रही है.
वहीं राजद कार्यालय में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर नया पोस्टर लगाया गया है, और लिखा गया है कि इतना तो झुमका भी बरेली के बाजार में नहीं गिरा था जितना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरणों में गिर रहे हैं.
पोस्टर बाजी के जरिए नेताओं पर किए जा रहे निशाने का स्तर दिनों दिन गिरता जा रहा है अब देखना है कि इस चुनावी साल में कैसे-कैसे पोस्टर सड़कों पर लगाये जाते हैं और उसका कितना असर आम लोगों पर पड़ता है.