बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, वाटर कैनन चलवा सरकार उनके आंदोलन को दमन करना चाहती है। 70 वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द कर पुनः परीक्षा जब तक आयोजित नहीं किया जाता है। तब तक सभी अभ्यर्थियों के साथ न्याय संभव नहीं है। ये बातें पटना कॉलेज में छात्र - युवा नेताओं ने कहीं।पटना कॉलेज में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अगिआंव विधायक सह इनौस राज्य सचिव शिव प्रकाश रंजन, कांग्रेस के प्रदेश कमिटी सदस्य सुशील कुमार, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव, एआईएसएफ राष्ट्रीय परिषद सदस्य सुधीर कुमार, डीवाईएफआई के राज्य अध्यक्ष मनोज चंद्रवंशी, आइसा के राज्य सचिव सबीर,यूथ कांग्रेस के विकास झा, एआईवाईएफ के शंभू देवा, आप यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु कुमार, सोशल जस्टिस आर्मी मोर्चा के गौतम आनंद,छात्र राजद के अमन ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थी वैसी कोई मांग नहीं कर रहे जो सरकार मान नहीं सकती. आजाद मुल्क की लोकतांत्रिक ढंग से चुनी सरकार निहत्थे छात्रों पर लाठी एवं वाटर कैनन चलवा रही है। जो काफी शर्मनाक है।छात्र-युवा नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि लंबे समय बाद बीपीएससी इतनी बड़ी संख्या में बहाली आई है जिसमें भाजपा - जदयू की सरकार एवं उनके चहेते नौकरशाहों के बीच अपने खासम खास लोगों के लिए सेटिंग गेटिंग करवाना है जिसके लिए यह पूरा खेल रचा जा रहा है।आगे उन्होंने कहा कि 70 वीं बीपीएससी को रद्द कर पुनः पेपर लीक से मुक्त परीक्षा कराने एवं लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों को दंडित करने. संस्थागत हत्या के शिकार सोनू के परिजनों को 1 करोड़ मुआवजा, छात्रों पर थप्पड़ मारनेवाले पटना डीएम को बर्खास्तगी की कारवाई सुनिश्चित करें,अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन झेलने के लिए सरकार तैयार रहें।छात्र-युवा नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि कल 1 जनवरी को जब पूरा देश नया वर्ष की जश्न मना रहे होंगे उसी वक्त राज्य के अंदर हर हर जिले में छात्र- युवा सड़क पर उतरेंगे सरकार अगर नहीं चेतती है तो आगामी 3 जनवरी को हजारों छात्र - युवा पटना पहुंच मुख्यमंत्री आवास मार्च के लिए पटना के सड़कों पर उतरेंगे।