Katihar : कटिहार जिले में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ताजगंज चिलमारा गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच तनाव गहरा गया है। आरोप है कि, एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के घर को बांस से चारों ओर बैरिकेडिंग कर दिया गया है, जिससे घर के अंदर रह रहे लोगों का बाहर आना-जाना तक बाधित हो गया है। पीड़ित प्रथम पक्ष के मनिरुद्दीन (30) ने मुफस्सिल थाना में लिखित शिकायत देते हुए बताया कि वे अपने परिवार के साथ बीते 45 वर्षों से इसी स्थान पर निवास कर रहे हैं। उनके अनुसार, उन्हें यह जमीन उनके चचेरे चाचा हाजी मन्नान मास्टर ने दी थी। आरोप है कि अब उनके ही चचेरे भाई जबरन जमीन खाली कराने की कोशिश कर रहे हैं, और विरोध करने पर उनके घर को चारों ओर से बैरिकेडिंग कर दिया गया है। मनिरुद्दीन ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे विरोध करते हैं तो उनके साथ मारपीट की जाती है।
प्रथम पक्ष के मोहम्मद हाकिम और अबुल कासिम ने बताया कि जमीन पर बसाने के एवज में हाजी मन्नान मास्टर को 2 लाख रुपये दिए गए थे, लेकिन उन्हें आज तक न तो कोई एग्रीमेंट दिया गया और न ही रजिस्ट्री कराई गई। उनका कहना है कि वे जिस भी व्यक्ति के पास असली कागज होगा, उसी से रजिस्ट्री कराने को तैयार हैं, लेकिन कागजात दिखाने की मांग पर उनके साथ हिंसा की जाती है।
वहीं, दूसरे पक्ष के मंसूर आलम ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रथम पक्ष के लोगों को कुछ समय के लिए अस्थायी रूप से वहां रहने दिया गया था, लेकिन अब वे जबरन जमीन पर कब्जा जमाना चाहते हैं। उनका दावा है कि यह जमीन उनकी पुश्तैनी संपत्ति है और प्रथम पक्ष के पास इस संबंध में कोई वैध कागजात नहीं हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधि सैदुल हक ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच विवाद की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति बेघर न हो। यदि संभव हो तो विवाद को पंचायत स्तर पर सुलझाने की भी कोशिश की जाएगी। फिलहाल, दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है और इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की नजर बनी हुई है।