Jamshedpur- एक सप्ताह बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान को चांडिल डेम से निकाला गया. गैस बेलून के सहारे विमान निकला गया. नौसेना के 15 सदस्य 4 नाव के सहारे निकला विमान को 7 दिन 14 घंटे में विमान बरामद किया गया, 20 अगस्त को जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद चांडिल डेम में हादसा हुआ था, जिसमें दोनों पायलट की मौत हो गई थी.
बताते चलें कि सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरा प्रशिक्षण केंद्र अलकेमिस्ट का लापता विमान सात दिन बाद सोमवार देर रात चांडिल डैम से निकाल लिया गया. बीते गुरुवार से भारतीय नौसेना की टीम लापता विमान की तलाश में चांडिल डैम में खोज रही थी. रविवार को ट्रेनी जहाज लोकेट होने के बाद सोमवार की सुबह 10:30 बजे विशाखापट्टनम से आई नौसेना की टीम चार वोट लेकर अपने 12 सदस्यों के साथ अंदर गई. एयर बलून के माध्यम से जहाज को खिंच कर किनारे में लाने में 13 घंटा से भी ज्यादा समय लगा. डैम के किनारे क्षतिग्रस्त जहाज को लाने के बाद क्रेन के सहारे लिफ्ट कर के ट्रक में सवार किया गया. इस हवाई जहाज में ब्लैक बॉक्स नहीं है, इसलिए अब डीजीसीए की टीम अपने तकनीक से जहाज के क्रैश होने का पता लगाएगी.
मालूम हो कि बीते मंगलवार को सोनारी एयरपोर्ट से 11.30 उड़ान भर विमान शेषना 15 उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही लापता हो गया था. लापता होने के 12 घंटे के बाद उसके चांडिल डैम में डूबने की सूचना प्राप्त हुई थी. इसके बाद से लगातार चांडिल डैम में हवाई जहाज में सवार पायलट और जहाज की तलाश शुरू की गई. इसमें एनडीआरएफ की टीम ने 48 घंटे के बाद गुरुवार को ट्रेनी पायलट पायलट शुब्रोदीप दत्ता और पायलेट जीत शत्रु आनंद का शव चांडिल डैम से ही बरामद किया था.
वहीं चांडिल डैम से हवाई जहाज निकलते देखने के लिए सैकड़ो लोगों की भीड़ रात 12 बजे तक डैम किनारे लगी रही. जहाज के बाहर आते ही भारत माता की जय और वीर बजरंगबली की जय के नारे नौसेना के जवानो ने लगाया तो आम लोगों ने नौसेना जिंदाबाद के नारे लगाए l
जमशेदपुर से प्रतीक्षा झा की रिपोर्ट