नए साल यानी कि 2024 में अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. जिसको लेकर तैयारियां पूरजोर तरीके से चल रही है. जब रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खबर सामने आई थी, तभी से राम भक्तों में जोश भर गया है और वे बस उसी पल का इंतजार कर रहे हैं. बता दें कि, राम मंदिर के लिए भक्तों ने बड़ी मात्रा में सोने और चांदी की वस्तुएं दान में दी हैं. जानकारी के मुताबिक, भक्तों ने जिन सोने और चांदी की वस्तुओं को दान में दिया है, उन्हें पिघलाया जाएगा क्योंकि उन्हें जमा करके रखना मुश्किल है. पिघलाने का काम एक प्रतिष्ठित संस्था के मार्गदर्शन में किया जाएगा.
501 भक्तों का जत्था होगा अयोध्या रवाना
इधर, बिहार से अयोध्या के राम मंदिर में प्रभुश्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 30 जनवरी को मुजफ्फरपुर शहर से 501 भक्तों का जत्था अयोध्या के लिए पैदल रवाना होगा. यहां से भक्त रामलला के लिये सोने का मुकुट, चांदी का तीर-धनुष, अंगवस्त्र, चरण पादुका, सीता के लिए 16 शृंगार सामग्री और सभी पौराणिक स्थलों की मिट्टी भी लेकर जायेंगे, जिसे अयोध्या में श्रीराम को समर्पित किया जायेगा. बता दें कि, इस यात्रा में बिहार के कई जिलों के लोग शामिल होंगे. यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं की भी भागीदारी रहेगी.
महिलाएं रास्ते भर जमा करेंगी सिंदूर
बात कर लें महिलाओं की तो, रास्ते भर महिलाएं सिंदूर जमा करेंगी. अयोध्या में प्रसाद के तौर पर महिलाओं में सिंदूर बांटा जायेगा. यात्रा की शुरुआत गरीबनाथ मंदिर से 30 जनवरी को शुरू होगी, जो 13 फरवरी को अयोध्या पहुंचेगी. गरीबनाथ मंदिर सेनिकलनेके बाद इस यात्रा का रात्रि विश्राम मोतीपुर, साहेबगंज, मोतिहारी, गोपालगंज, गोपालगंज सिटी, हाटा, कुशीनगर, जनपद कुशीनगर, गोरखपुर, अरैया व बस्ती में होगा. विश्राम स्थल पर भंडारा का आयोजन होगा और यात्रा में साथ चलने वाले संत रामकथा का वाचन करेंगे. इस तरह से कुल मिलाकर देखा जाए तो तैयारियां भव्य तरीके से की जा रही है.