देश के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बयान क्या दिया उसके बाद तो तमाम ऑटो कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट ही हो गई. टाटा मोटर्स हो या फिर महिंद्रा एंड महिंद्रा हर कंपनी को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा और यह सब हुआ नितिन गडकरी के सिर्फ उस बयान की वजह से. दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में नितिन गडकरी ने डीजल इंजन वाली गाड़ियों पर 10 फीसदी का एक्स्ट्रा जीएसटी लगाने की बात कही थी, जिसका नतीजा यह देखने के लिए मिला कि तमाम ऑटो कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट हो गई.
हालांकि, बाद में नितिन गडकरी का यह भी कहना था कि, सरकार के पास तो फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है लेकिन सरकार इस मुद्दे पर विचार कर सकती है. बता दें कि, सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स के 63वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा था कि, 'जिस गति से राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है, आप कल्पना नहीं कर सकते. अगले दिसंबर तक, हम केवल दिल्ली के आस-पास 65,000 करोड़ रुपये के राजमार्गों का निर्माण पूरा कर लेंगे. दिल्ली-देहरादून 2 घंटे में, दिल्ली-हरिद्वार 1.5 घंटे में, दिल्ली-कटरा में घंटे, दिल्ली-अमृतसर 4 घंटे में, दिल्ली-अमृतसर 8 घंटे में, और दिल्ली-मुंबई 12 घंटे में, हमारा लक्ष्य दुनिया का नंबर 1 ऑटोमोबाइल निर्माता बनना होना चाहिए और मुझे पीएम मोदी के नेतृत्व में लक्ष्य हासिल करने का विश्वास है.'
इस दौरान नितिन गडकरी का यह भी कहना था कि, एक बाधा है 'वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनने के लिए हमें अपनी लॉजिस्टिक लागत में कटौती करनी होगी. प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है और यह स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा कर रहा है. मैं आज शाम वित्त मंत्री से मिलूंगा और उनसे अनुरोध करूंगा कि आने वाले समय में डीजल वाहनों पर अतिरिक्त 10 फीसदी जीएसटी लगाया जाए. वहीं, इस बयान के बाद टाटा मोटर्स हो या फिर महिंद्रा एंड महिंद्रा हर कंपनी को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा.