Desk - नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में 72 मंत्रियों का मंत्री परिषद बना है. इनमें बिहार के 8 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। इसमें जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह, ललन सिंह और चिराग पासवान ने केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली जबकि नित्यानंद राय, रामनाथ ठाकुर, सतीशचंद्र दुबे और राज भूषण चौधरी ने राज्य मंत्री के पद की शपथ ली। बिहार से सबसे पहले हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद बाकी सभी सांसदों ने शपथ ली।
बताते चलें के मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय को रिपीट किया गया है। वहीं 6 चेहरे राजभूषण चौधरी, सतीश चंद्र दुबे, जीतन राम मांझी, ललन सिंह, चिराग पासवान और रामनाथ ठाकुर केंद्र सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं.बिहार के जिन 8 सांसदों को मंत्री बनाया गया है, इसमें दो भूमिहार, दो दलित, एक यादव, एक ईबीसी, एक ब्राह्मण और एक मल्लाह जाति से हैं। मोदी सरकार में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी राजपूत जाति के सांसद को मंत्रालय में जगह नहीं दी गई है।
कुल 8 मंत्रियों में चार गिरिराज सिंह, सतीशचन्द्र दुबे, नित्यानंद राय, राजभूषण चौधरी बीजेपी से हैं, जबकि जदयू से 2 ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर,हम से जीतन राम मांझी और लोजपा(रामविलास) से चिराग पासवान हैं.
कुल आठ मंत्रियों में गिरिराज सिंह और ललन सिंह भूमिहार समाज से हैं. सतीश चंद्र दुबे ब्राह्मण, नित्यानंद राय, यादव, रामनाथ ठाकुर नाई, राज भूषण चौधरी मल्लाह, चिराग पासवान मुसहर और जीतन राम मांझी भुइयाँ समाज से हैं