DESK- अपने बच्चों की वजह से एक महिला वार्ड पार्षद की कुर्सी छिन गई, क्योंकि नियमानुसार दो बच्चों से ज्यादा वाले माता या पिता पंचायत या नगर निकाय में जनप्रतिनिधि नहीं बन सकते हैं. चुनाव के समय महिला जनप्रतिनिधि ने इस तथ्य को छुपा लिया था लेकिन बाद में उसकी चोरी पकड़ी गई, और जनता के आशीर्वाद के बावजूद उससे वार्ड पार्षद की कुर्सी छिन गई.
यह मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले के सुरसंड नगर पंचायत के वार्ड नंबर- 11 का है. यहां की उषा देवी के हाथ से वार्ड पार्षद की कुर्सी छीन गई। चुनाव लड़ने के दौरान वह तीन बच्चों की मां थी, पर इस सच्चाई को छुपा लिया था और नामांकन के क्रम में कागजातों पर दो ही बच्चे होने का उल्लेख की थी, जिसका अब खुलासा हुआ है। इसके चलते उन्हें वार्ड पार्षद की कुर्सी से हाथ धोना पड़ गया है।
उनके खिलाफ रामनरेश बारिक ने राज्य निर्वाचन को शिकायत की थी। सुनवाई के बाद शिकायत को सही मानकर राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ दीपक प्रसाद ने उषा देवी को पदच्युत कर दिया है साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम को तथ्य छुपाकर चुनाव लड़ने के आरोप में उषा देवी के खिलाफ विधि-सम्मत कार्रवाई करने को कहा है।