PATNA- केके पाठक शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों के जरिए स्कूलों की निगरानी और निरीक्षण करवा रहे थे, जिसकी वजह से स्कूल के शिक्षक और कर्मचारी काफी दबाव महसूस कर रहे थे क्योंकि किसी वजह से लापरवाही की शिकायत मिलने पर उनका वेतन बंद हो जाता था और कार्रवाई हो जाती थी. अब के के पाठक की जगह एस सिद्धार्थ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के रूप में काम कर रहे हैं और स्कूल की निगरानी और निरीक्षण का तरीका ही उन्होंने बदल दिया है जिसके बाद इन शिक्षकों की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है जो किसी न किसी वजह से लापरवाही करते रहे हैं.
दरअसल एस सिद्धार्थ ने स्कूलों के निरीक्षण और निगरानी का काम अब शिक्षा विभाग के बजाय जिला अधिकारी और दूसरे विभाग के अधिकारियों के माध्यम से करा ने का निर्णय लिया है और उसके लिए आदेश जारी कर दिया है, वहीं राज्य के आम लोगों को भी निगरानी करने का जिम्मा दे दिया है और उसके लिए कुल पांच मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं जिस पर कोई भी आदमी किसी भी तरह की शिकायत कर सकता है इस पर वीडियो ऑडियो या कोई कागजात भेज सकता है. आम लोगों द्वारा भेजे गए शिकायत की जांच जिलाधिकारी तुरंत अपने एडीएम स्तर के अधिकारियों से करवा कर तुरंत अपर मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजेंगे. फिर शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित स्कूल के शिक्षक,प्रधानाध्यापक या अन्य संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
बताते चलें कि निरीक्षण की व्यवस्था बदलने से पहले अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने सभी जिलाधिकारी को पत्र लिखा था और कहा था कि इतने दिनों से स्कूलों का निरीक्षण हो रहा है इसके बावजूद कई तरह की शिकायतें मिल रही है इसका मतलब है कि निरीक्षण में कहीं-कहीं खामी है और उस खामी को बदलने के लिए विभाग नया निर्णय ले रहा है जिसके लिए जिलाधिकारी को विशेष जिम्मेदारी दी जा रही है. इस निगरानी में आम लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है. और आज आम लोगों के लिए पांच व्हाट्सएप और दो टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं. ये नंबर इस प्रकार हैं..
पांच व्हाट्सएप नंबर जारी -
1.9229206201
2.9229206202
3.9229206203
4.9229206204
5.9229206205
दो टॉल फ्री नंबर -
1.14417
2.18003454417
इन अलग-अलग नंबरों पर कोई भी आम लोग विद्यालय भवन की या कमरों की स्थिति के बारे में निर्माणाधीन कार्य की गुणवत्ता के बारे में, बेंच-डेस्क की उपलब्धता के बारे में, छात्र-छात्राओं के लिए शौचालय की उपलब्धता के संबंध में, पेयजल की सुविधा,विद्युत कनेक्शन, पंखा ट्यूबलाइट बल्ब और चाहरदीवारी की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दे सकते हैं. इसके साथ ही विद्यालय का समय से नहीं खुलना, प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की उपस्थिति समय पर नहीं होने, समय सारणी के अनुसार क्लास का संचालन नहीं किए जाने, अभिभावक और शिक्षक संगोष्ठी, कंप्यूटर लैब की उपलब्धता और उसकी उपयोगिता, पुस्तकालय की उपलब्धता एवं उपयोगिता, खेल सामग्री एवं बच्चों द्वारा उसका उपयोग, मध्यान भोजन की आपूर्ति एवं उसकी गुणवत्ता,किचन सेट,गैस चूल्हा, थाली आदि की उपलब्धता, प्रत्येक शुक्रवार को अंडा या मौसमी फल वितरण, किचन की साफ सफाई एवं स्कूल परिसर की स्वच्छता, साइकिल,पोशाक,छात्रवृत्ति पाठ्य पुस्तक एवं अन्य किसी भी तरह के स्कूल की समस्याओं को व्हाट्सएप नंबर या फिर टोल फ्री नंबर के जरिए शिकायत की जा सकती है.