New Delhi : फिल्म इंडस्ट्री में आज शोक है। फेमस मलयालम एक्टर टीपी माधवन (TP Madhavan) का निधन हो गया है। वह 88 साल के थे। उन्होंने कोल्लम के निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वहां उनका इलाज किया जा रहा था। 1980 और 1990 के दशक में टीपी मलयालम सिनेमा में जाने-माने नाम थे। उन्होंने 600 से अधिक फिल्मों में काम किया। अपने आखिरी वर्षों में वह मेमोरी लॉस की समस्या से जूझ रहे थे। वह पठानपुरम के गांधी भवन में रहते थे। वहीं जीवन के आखिरी पल बिताए। अपनी स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों के बाद भी सिनेमा में उनके योगदान के लिए मान्यता मिलती रही। उन्होंने रामू करायत पुरस्कार और प्रेम नजीर जैसे पुरस्कार भी अपने नाम किए।
हरिद्वार में हो गए थे बेहोश
बता दें, टीपी माधवन (TP Madhavan) के जिंदगी में अनोखा मोड़्र, तब आया, जब वह हरिद्वार यात्रा के दौरान बेहोश हो गए थे। वहां कुछ संन्यासियों ने उनकी मदद की और उन्हें बाद में तिरुवनंतपुरम लौटने में भी मदद की। यह डायरेक्टर प्रसाद उन्हें गांधी भवन लेकर आए थे, जहां उन्हें सहारा मिला। इस घटना के बाद माधवन कुछ टीवी सीरियल में काम किए, लेकिन जल्द उन्हें भूलने की बीमारी हो गई। इससे उनका एक्टिंग कॅरियर समाप्त हो गया।
टी पी माधवन के बारे में
टीपी माधवन जाने-माने प्रोफेसर एनपी पिल्लई के बेटे थे। माधवन ने समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएट किया था। फिल्मों में आने से पहले मुंबई और कोलकाता में विज्ञापन एजेंसियों में काम किया। उन्होंने 40 की उम्र में एक्टिंग कॅरियर की शुरुआत की थी। उनकी मुलाकात एक्टर मधु से हुई थी। मधु ने उन्हें फिल्म प्रिया में कास्ट किया था।