52 साल बाद भारतीय हॉकी टीम लगातार ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने में सफल रही है. भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीता था. इसके बाद हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक 2024 में लगातार कांस्य पदक जीतने में सफल रही. पिछली बार यह उपलब्धि 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में मिली थी. भारतीय हॉकी टीम अब स्वदेश लौट आई है. पूरा देश इसका जश्न मना रहा है.
दिल्ली एयरपोर्ट पर इनका स्वागत किसी हीरो से कम नहीं था. खिलाड़ी ढ़ोल की धून पर डांस कर रहे थे. सभी को माला पहना कर स्वाग्त किया गया. टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बताया, "पदक तो पदक होता है, देश के लिए जीतना बड़ा काम है. हम सोने का सपना देख रहे थे, लेकिन ये सपना पूरा नहीं हुआ. लेकिन, हम खाली हाथ नहीं आए. लगातार दो पदक जीतना अपने आप में रिकॉर्ड है."
टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेष का आखिरी मैच था. ये उनके लिए भावुक पल था. खास बात ये है कि श्रीजेष को ओलंपिक के क्लोजिंग सेरेमनी में भारत का झंडावाहक चुना गया है. उनके साथ शूटर मनु भाकर होंगी, जिन्होंने दो कांस्य पदक जीते हैं. हरमनप्रीत ने कहा- "हमें जो प्यार मिल रहा है, वो हमारी जिम्मेदारी बढ़ा देता है. हम देश के लिए फिर से पदक लाने की कोशिश करेंगे."
ओलंपिक में टीम की जीत के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद को एक करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विवेक सागर से फोन पर कहा- "यह शानदार प्रदर्शन था. पूरा देश आप सभी से खुश है. इस सफलता के लिए आपको और पूरी टीम को बधाई. मध्य प्रदेश सरकार इनाम के तौर पर आपके खाते में एक करोड़ रुपए ट्रांसफर करेगी."