Jamui - बिहार में फर्जी दरोगा और फ़र्ज़ी IPS आईपीएस अधिकारी भी घूम रहे हैं. इसका खुलासा आज जमुई में हुआ है जहां एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को असली पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
मिली जानकारी के अनुसार जमुई जिले के सिकंदरा थाना की पुलिस ने जिला परिषद आवास के आगे से एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। इसके पास से एक फर्जी पिस्तौल व कई दस्तावेज भी बरामद हुआ है।
गिरफ्तार फर्जी आईपीएस का नाम मिथिलेश मांझी है और वह लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गोवर्धन बीघा का रहने वाला है. उसने आईपीएस अधिकारी बनने के लिए 2 लाख खर्च किया था.जमुई जिले के खैरा निवासी मनोज कुमार को दो लाख देकर फर्जी आईपीएस अधिकारी बना था। मनोज ने ही 2 लाख लेकर हथियार और फर्जी वर्दी दे दी थी।
जब जिले की पुलिस सिकंदरा चौक के पास गस्ती कर रही थी तभी एक बाइक पर सवार वर्दी और पिस्तौल लिए ट्रिपल स्टार आईपीएस अधिकारी बनकर जा रहा था,. पुलिस को शक होने पर रोक कर पूछताछ की गई। उसके बाद सारा भेद खुल गया.
इसने खुद को लखीसराय के हलसी थाना अंतर्गत गोवर्धनबीघा घिरा गांव निवासी बबलू मांझी का 18 साल का बेटा मिथिलेश मांझी बताया। पुलिस की सख़्ती से पूछताछ में फर्जी आईपीएस अधिकारी मिथिलेश मांझी ने बताया कि आईपीएस बनने के लिए उसने एक महीने पहले खैरा निवासी मनोज सिंह को दो लाख दिया था। उसे आईपीएस बनने की बात कही थी.4 सितंबर को उसी ने आईपीएस की वर्दी, जूता और पिस्तौल सहित और सामान भी दिया. शुक्रवार को मिथिलेश को मनोज सिंह ने अपने घर पर बुलाया था जहां से मिथिलेश वर्दी पहनकर सिकंदरा घूम रहा था. तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
जमुई से धनंजय कुमार की रिपोर्ट