Desk- बिहार के बाद अब पड़ोसी राज्य झारखंड में भी एक निर्माणाधीन पुल टूट गया. इस घटना के बाद एक बार फिर से बिहार झारखंड एवं पूरे देश में यह इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि आखिर निर्माण में कितना भ्रष्टाचार हो रहा है कि एक के बाद एक पुल बनने के दौरान या बनने के कुछ दिन बाद ही धराशाही हो जा रहे हैं.
झारखंड में पुल टूटने की घटना गिरिडीह जिले के मैं हुई है. यहां करीब 5.50 करोड़ की लागत से फतेहपुर-भेलवाघाटी सड़क पर अरगा नदी पर बन रहा था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल के कारण पुल टूट गया और इसमें भ्रष्टाचार का बड़ा हाथ है। मॉनसून की पहली बारिश के दौरान अरगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। तेज बहाव के कारण पुल का एक पिलर टेढ़ा हो गया और फिर पूरा पुल ढह गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल के गिरने की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि आस-पास के घरों के लोग डर गए। उनका कहना है कि इस पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्माण करने वाली एजेंसी के साथ ही अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
मिली जानकारी के अनुसार इस पुल का निर्माण पथ निर्माण विभाग की ओर से करवाया जा रहा था और इसकी अनुमानित लागत साढ़े पांच करोड़ रुपये थी। निर्माण कार्य ओम नमः शिवाय कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था।