PATNA- केके पाठक के बार-बार बुलावे के बाद भी बिहार के विश्वविद्यालय के कुलपति शिक्षा विभाग की बैठक में उपस्थित नहीं हुए थे और राजभवन ने भी कुलपति को शिक्षा विभाग की बैठक में जाने से मना किया था लेकिन अब शिक्षा विभाग के वर्तमान अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने भी कुलपतियों की बैठक बुलाई है, अब देखना है कि एस सिद्धार्थ द्वारा बुलाए गए बैठक में राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल होते हैं या नहीं और फिर इस पर राजभवन की क्या प्रतिक्रिया होती है.
बताते चलें कि के के पाठक और एस सिद्धार्थ द्वारा कुलपतियों की बैठक को लेकर जो तरीके अपनाए गए हैं उसमें अंतर है. केके पाठक उच्च शिक्षा निदेशक के जरिए सभी कुलपतियों को बैठक में आने के लिए सीधे आमंत्रित करते थे लेकिन एस सिद्धार्थ ने उच्च शिक्षा निदेशक के जरिए कुलाधिपति को पत्र भेजा है और सभी कुलपतियों को शिक्षा विभाग की बैठक में शामिल होने के लिए निर्देशित करने का आग्रह किया है. ऐसे में यह संभव है कि राजभवन इन सभी कुलपतियों को शिक्षा विभाग की बैठक में जाने का निर्देश दे. राज भवन के निर्देश के बाद सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों का शिक्षा विभाग की बैठक में जाना अनिवार्य हो जाएगा, और लंबे समय से जो राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच तकरार चल रहा है वह भी खत्म होने की स्थिति में होगी.
जिन मुद्दों को लेकर के के पाठक ने बैठक बुलाई थी उन्हें मुद्दों को लेकर इस सिद्धार्थ ने भी कुलपतियों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में कॉलेज और विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति जानने, 2024-25 के प्रस्तावित बजट की राशि जारी करने, विश्वविद्यालय के पी एल खाते में जमा राशि की स्थिति, और तत्कालीन अपर मुख्य सचिव के के पाठक के दिशा निर्देश पर विशेष रूप से चर्चा होगी. यह बैठक 10 से 12 जून को 3 दिन अलग-अलग तिथियां में होगी और तीनों दिन अलग-अलग विश्वविद्यालय के कुलपति एवं उनके पदाधिकारी शामिल होंगे.
मिली जानकारी के अनुसार पहले दिन 10 जून को पटना,पाटलिपुत्र, मौलाना मजहरूल हक और आर्यभट्ट विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के साथ शिक्षा विभाग की बैठक होगी. वहीं दूसरे दिन 11 जून को वीर कुंवर सिंह, जयप्रकाश नारायण, मगध विश्वविद्यालय, बीआरए तथा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के साथ बैठक होगी. जबकि अंतिम दिन 12 जून को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बीएन मंडल मधेपुरा और तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के साथ बैठक होगी.