Muzaffarpur - मेरे मम्मी पापा झूठे हैं उनके द्वारा की गई शिकायत पर आप भरोसा मत कीजिए.. यह बातें एक लड़की ने पुलिस और कोर्ट के समक्ष अपने बयान में कही है. लड़की के इस बयान के बाद उसके मां पिता अपना सर पीट रहे हैं, कि जिस बेटी को पढ़ा लिखा कर एक नया मुकाम देना चाहते थे.आज वह एक युवक के प्रेम में पागल होकर अपने ही जन्मदाता को झूठा बता रही है.
मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिला से जुड़ा हुआ है. जिले के करजा थाना में एक पति पत्नी ने अपने बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी, इसके बाद पुलिस छानबीन करने लगी और आरोपी लड़के के परिवार पर दबिश बनाने लगी, तो अपहृत युवती ने खुद पुलिस के समक्ष उपस्थित हो गई और बोली कि उसका कोई अपहरण नहीं हुआ है.
'मैं पिछले एक साल से सागर कुमार नाम के लड़के से प्यार करती हूं. सागर कुमार से अपने मर्जी से भाग कर शादी किया हैं. मेरे मम्मी-पापा ने जो थाने में केस किया हैं वह सब झूठ है'। शिखा ने बताया कि उसका सागर के साथ प्रेम चल रहा था जिसको रिश्ते का रंग देने के लिए अपनी मर्जी से उसके साथ गयी और विवाह रचाया है।
युवती ने अपने बयान में आगे कहा कि जब पता चला कि उसके पिता द्वारा उसके अपहरण का आरोप लगाकर सागर समेत अन्य के परिजनों को परेशान किया जा रहा है तो उसने पुलिस के समक्ष उपस्थित होना मुनासिब माना। उसके पहुंचने के बाद पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में लेकर कोर्ट में प्रस्तुत कराया जहां 164 के बयान में भी उसने खुद को बालिग बताते हुए प्रेम विवाह किए जाने की बात कही है।
आपको बता दें कि 14 सितंबर को घर से कॉलेज के लिए निकली शिखा जब शाम को नहीं लौटी तो परिजन चिंतित हो उठे और उसकी तलाश शुरू की । उसके नहीं मिलने पर 18 सितंबर को उसके पिता सूरज शाह ने करजा थाने में बहला फुसला कर शादी की नीयत से शिखा का अपहरण करने का आरोप लगाते हुए आकाश कुमार ,सागर कुमार, मदन कुमार वरुण कुमार और बाल्मीकि को नामजद अभियुक्त बनाया था। बताया जाता है कि छानबीन के क्रम में पुलिस ने सागर के पिता लालबाबू पासवान पर दबाव बनाया। इसके बाद शिखा पुलिस के समक्ष उपस्थित हो गई ।
इस संबंध में थानेदार कृष्णकांत मिश्रा ने बताया कि लड़की खुद चलकर थाने पर आई है और अपनी मर्जी से सागर से विवाह रचाने की बात कह अपहरण से इंकार कर रही है। कोर्ट के आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है.
मुजफ्फरपुर से मुकेश ठाकुर की रिपोर्ट