DESK- कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों पर कार्रवाई के बाद अब शिक्षा विभाग की नजर टोला सेवकों एवं तालीमी मरकजों के ऊपर भी टेढ़ी हो गई है. इनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है और इसको लेकर कई जिलों में पत्र भी जारी कर दिया गया है. इस पत्र के बाद टोला सेवकों और तालीम मरकजों के बीच हड़कंप मचा हुआ है.
बताते चलें कि टोला सेवकों और तालीमी मरकजों को दलित परिवार और अल्पसंख्यक परिवार के बच्चों को स्कूल में नामांकन करने के साथ ही उनकी उपस्थिति को सुनिश्चित करना है, पर कई जिलों के अधिकांश स्कूलों में दलित एवं अल्पसंख्यक समाज के बच्चों का ना तो पूरी तरह से नामांकन हो रहा है और ना ही उनकी उपस्थिति सुनिश्चित हो पा रही है. नाराज होकर शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के के पाठक ने कार्रवाई का निर्देश सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया है. इसके बाद से अधिकांश जिला के शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र जारी किया है. जिला में जारी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें तालीमी मरकज और टोला सेवकों को अल्टीमेटम दिया गया है. इस पत्र में डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता ने कहा है कि काम में शिथिलता बरतने वाले टोला सेवकों और तालीमी मरकज के मानदेय में कटौती की जाएगी. सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा गया है कि काम में शिथिलता बरतने वाले टोला सेवकों और तालीमी मरकज के मानदेय कटौती का प्रस्ताव तत्काल भेजें नहीं तो बीईओ पर भी कार्रवाई की जाएगी. विभाग के इस आदेश से टोला सेवकों और तालीमी मरकज में हड़कंप मच गया है.