Desk- केरल के वायानाड के बाद उत्तराखंड में प्रकृति का कहर देखने को मिला है. केदारनाथ में बादल फटने से सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. केदारनाथ मार्ग में बड़े-बड़े बोल्डर आने से रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है. कई इलाके में भारी बारिश हुई है, जिसमें अभी तक नौ लोगों के मरने की खबर है, जबकि कई अभी लापता है.बादल फटने से रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया है. टिहरी के घनसाली में गदेरे में उफान आने से सड़क किनारे बना रेस्टोरेंट बह गया. इसमें रेस्टोरेंट संचालक और उसकी पत्नी की मौत हो गई. सड़क किनारे खड़े दर्जनों वाहन बह गए. उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेताला और बिशनपुर के पास पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरे. करीब 200 कांवड़ यात्री फंसे रहे.
चार धाम और केदारनाथ के यात्रियों को तत्काल जहां-तहां रोक दिया गया है. इसके साथ ही सुरक्षा के लिहाज से चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है. उत्तराखंड के स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लगातार रात एवं बचाव कार्य में लगी है.