छात्र संगठन आइशा के द्वारा राजधानी पटना में विधानसभा मार्च किया गया। मार्च में राज्य भर से आए हजारों की संख्या में छात्रों ने केंद्र व राज्य सरकार के नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।इस दौरान छात्र नेताओं ने नीट यूजी परीक्षा को रद्द करने, अग्नि वीर योजना वापस लेने एवं बिहार में लाये गए नए आरक्षण प्रावधानों को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करने जैसी कई मांगे की। छात्र नेताओं ने कहा की नीट परीक्षा में धांधली और भ्रष्टाचार साफ तौर पर सरकार की मनसा को बता रही है।जो बड़े पूंजी पतियों को लाभ पहुंचाया जा सके एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्र एवं छात्राओं को उच्च शिक्षा से वंचित किया जा सके। आगे उन्होंने कहा कि केंद्र में एनडीए की सरकार 2014 में आई और और देश भर के लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाई।लेकिन 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक छात्र एवं युवाओ के प्रति सरकार की मनसा सही नहीं दिख रही है अग्नि वीर योजना हो या कोई भी प्रतियोगिता परीक्षा तमाम मामलों में सरकार विफल दिख रही है। इसके खिलाफ आज आईशा के द्वारा विधानसभा मार्च किया गया।छात्र नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है की नीट यूजी 2024 की परीक्षा रद्द करने,अग्निवीर योजना वापस लेने एवं आरक्षण पर संविधान की नवमी अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव विधानसभा से जब तक पारित नहीं कर दिया जाता तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।