Desk- बिहार में इन दिनों अजब गजब मामला देखने को मिल रहा है, एक तरफ राज्य के अलग-अलग जिलों में दर्जन भर पुल पुलिया के भरभरा कर गिरने की घटना हुई है, जिसको लेकर संबंधित विभाग के इंजीनियर और और सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं वहीं दूसरी और अररिया जिला में ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर और ठेकेदार का अलग ही कारनामा देखने को मिला है, जहां बीच खेत में एक पुल ल का निर्माण किया गया है. यहां ना तो कोई सड़क है और ना ही कोई नदी या नाला. इस पुल की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और संबंधित विभाग पर गंभीर आरोप लगाई जा रहे हैं इसे पैसे की बर्बादी बताया जा रहा है.
अररिया जिले के परमानपुर पंचायत में खेतों के बीच बने इस पुल को देखकर हर कोई हैरान है। गांव वाले इसे सरकारी पैसे की बर्बादी बता रहे हैं। वहीं, मामला सामने आने पर डीएम इनायत खान ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। साथ ही पुल के निर्माण में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की बात कही है.स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पुल निजी जमीन पर बनाया गया है। पुल बनाने के बाद ठेकेदार और ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारी इसे ऐसे ही छोड़कर चले गए। गांव वाले इस पुल को किसी काम का नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि जब पुल के दोनों ओर सड़क ही नहीं है तो इसका क्या फायदा? ग्रामीणों का आरोप है कि पुल निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।