Desk- लोकसभा चुनाव के सभी चरणों के मतदान के बाद विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल में पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन 350 का आंकड़ा पार कर रही है पर इंडिया गठबंधन के नेता इस एग्जिट पोल को मानने को तैयार नहीं है. उन्हें उम्मीद है कि एग्जिट पोल गलत साबित होगा और इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीट मिलेगी.
इस एग्जिट पोल कर लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधा है. सोशल मीडिया के जरिए अखिलेश यादव ने लिखा कि एग्जिट पोल का आधार EVM नहीं बल्कि जिले के डीएम हैं. प्रशासन को याद रखना चाहिए कि जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता. इसके साथ ही उन्होंने एक लंबे आलेख में एग्जिट पोल की क्रोनोलॉजी समझा ने की कोशिश की है.अखिलेश यादव ने लिखा -
- विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा, जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके.
- ये भाजपाई एक्ज़िट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था बस चैनलों ने चलाया आज है.
- इस एक्ज़िट पोल के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है.
- इस एक्ज़िट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलनेवाले शेयर बाज़ार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं.
- अगर ये एक्ज़िट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपावाले अपनों पर ही इल्ज़ाम न लगाते.
- भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं.
- भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जनाक्रोश भी चरम पर है.
- भाजपा से मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी भी सर्वोच्च न्यायालय की सक्रियता देखकर धांधली करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, साथ ही वो जनता के क्रोध का भी शिकार नहीं होना चाहते हैं.
इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया गठबंधन जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।