Jamui -बुधवार की सुबह मलयपुर पत्नेश्वर चौक पर बिजली कर्मी तार जोड़ने के क्रम में क्यूल नदी में गिर गया जिससे नदी में तेज बहाव होने के कारण नदी में डूबने से उनकी मौत हो गई। ऐसे में एनडीआरएफ की टीम काफी खोजबीन के बाद शव को क्यूल नदी से निकाला गया।वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग के लापरवाही के कारण मौत हुई। इस मामले को लेकर जमुई मल्यपुर पतोना चौक पर सड़क जाम कर दिया।जिससे दोनो तरफ वाहन की लंबी कतार लग गई।
वही परिजनों ने ठेकेदार और जेई पर बिना किसी सुरक्षा उपाय के जबरन किऊल नदी में 33 हज़ार तार जोड़ने भेजने का आरोप लगाया.दरअसल,मलयपुर पावर ग्रिड से जमुई शहर समेत कई इलाकों में बिजली आपूर्ति को लेकर 33000 बिजली का पोल नदी में पानी तेज बहाव के में टूटकर गिर गया.बिजली के तार जोड़ने वाले मजदूरों को कोई सुरक्षा किट भी मुहैया नहीं कराया गया है।जिसका नतीजा हुआ कि एक मजदूर नदी के गहरे पानी में चला गया और डूबकर लापता हो गया।
मृतक मजदूर की पहचान खैरा थाना क्षेत्र के जीत झिंगोई गांव निवासी सत्येंद्र यादव के पुत्र विवेक यादव के रूप में हुई है।मृतक मजदूर के पिता ने बताया कि ठेकेदार संजीव भालोठिया और जेई प्रफुल्ल पटेल ने दबाव देकर काम कराया,जिससे मेरा बेटा पानी में डूब गया.।सूचना के बाद घटनास्थल पर बरहट प्रखंड विकास पदाधिकारी सरवन कुमार पांडे अंचलाधिकारी मयंक अग्रवाल, पुलिस लाइन के संजय अमित कुमार मलयपुर थाना अध्यक्ष विकास कुमार, बरहट थाना अध्यक्ष कुमार संजीव के अलाबे पुलिस कर्मी मौजूद थे । इस दौरान सड़क जाम को काफी देर बाद हटाया जा सका.
जमुई से धनंजय की रिपोर्ट